पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हुक्काम रवां ( चलित) बरस हिंदूस्तान से क्रिकेट रवाबित की बहाली और कम अज़कम एक मैच खेलना चाहते हैं और इस बात के लिए बी सी सी आई की तमाम शराइत ( शर्तें) कुबूल करने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन ज़का अशर्फ़ ने कहा है कि पाकिस्तान और हिंदूस्तान के दरमयान सीरीज़ के लिए हिंदूस्तान की तजावीज़ हतमी (बेशक) होंगी।
क्रिकेट रवाबित की बहाली दुनिया का मुश्किल तरीन काम है लेकिन हमारी कोशिशें कारगर साबित होती हुई दिखाई दे रही हैं। इस साल रिवायती हरीफ़ों के दरमयान मुख़्तसर सीरीज़ से दो तरफ़ा रवाबित बहाल हो जाएंगे। पाकिस्तान ये सीरीज़ तीसरे मुक़ाम पर भी खेलने को तैयार है।
अभी तक कोई बात तय नहीं हुई है। सरी निवासन सीरीज़ के हवाले से तजावीज़ लेकर कुवाला लुमपुर आ रहे हैं। ये सीरीज़ हिंदूस्तान या तीसरे मुल्क में होगी, पाकिस्तान सिक्योरिटी हालात की वजह से इस का मेज़बान मुल्क नहीं होगा। वाज़िह रहे कि दोनों ममालिक के दरमयान 2008 से क्रिकेट रवाबित ( संपर्क) मुनक़ते ( टूटा हुआ) हैं।
उन्होंने कहाकि 4 से 26 जून कुवाला लुमपुर में आई सी सी का सालाना इजलास ( सभा) मुनाक़िद ( आयोजित) शुदणी है। बी सी सी आई के सदर सरी निवासन ने चेन्नई में मुलाक़ात के दौरान वायदा किया था कि वो आई सी सी इजलास में मुआहिदा बनाकर लायेंगे।
मुआहिदे ( Agreement) पर कुवाला लुमपुर में दस्तख़त होंगे। हिंदूस्तान की तजावीज़ हतमी ( बेशक/ नीश्चित) होंगी। इस साल पाकिस्तान और हिंदूस्तान के दरमयान एक ही मैच क्यों ना हो, सीरीज़ ज़रूर होगी। पाकिस्तान टीम को हिंदूस्तान जाना पड़ा तो जाएगी अगर हिंदूस्तान कहेगा तो तीसरे मुक़ाम पर भी खेल सकते हैं।
दो तरफ़ा ताल्लुक़ात बहाल हो गए तो चैम्पियन लीग,आई पी एल और जूनियर सीरीज़ के दरवाज़े ख़ुद ब ख़ुद खुल जायेंगे। मैंने सिरी निवासन को कहा है कि आप सीरीज़ का ऐलान करें पाँच मिनट में टिकट फ़रोख्त हो जायेंगे। बंगला देश की मुल्तवी होनी वाली सीरीज़ पर उन की राय थी कि अब ये मुआमला अदालत में है। अगर अदालत हुक्म इम्तिना (प्रतिबंध/ रोक) जारी नहीं करती तो अब तक ये सीरीज़ हो चुकी होती।