हिंदूस्तान से पोलीयो का मुकम्मल ख़ातमा

आलमी इदारा-ए-सेहत ने आज हिंदूस्तान का नाम पोलीयो से मुतास्सिरा मुल्कों की फ़हरिस्त से निकाल दिया क्योंकि इस मुल्क में गुज़श्ता एक साल के दौरान पोलीयो का एक भी वाक़्या पेश नहीं आया। वज़ीर-ए-सेहत ग़ुलाम नबी आज़ाद ने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की मौजूदगी में पोलीयो सम्मित 2012(Polio Summit 2012) से खिताब करते हुए ये ऐलान किया।

मिस्टर आज़ाद ने कहा कि उन्हें आज सुबह एक मकतूब मौसूल हुआ जिसमें कहा गया है कि आलमी इदारा-ए-सेहत (डब्लू एच ओ) ने पोलीयो से मुतास्सिरा मुल्कों की फ़हरिस्त से हिंदूस्तान का नाम निकाल दिया है क्योंकि हिंदूस्तान ने गुज़श्ता एक साल के दौरान इस मर्ज़ के मुकम्मल ख़ातमा के लिए मिसाली पेशरफ़्त की है, जिसके पेशे नज़र ये फ़ैसला किया गया है।

इस तरह आलमी इदारा-ए-सेहत की फ़हरिस्त बराए पोलीयो में अब दुनिया के सिर्फ 4 मुल्क बाक़ी रह गए हैं जिनमें पाकिस्तान, अफ़्ग़ानिस्तान और नाईजीरिया भी शामिल हैं। इस फ़हरिस्त से नाम निकाले जाने के बाद हिंदूस्तान को आइन्दा दो साल तक पोलीयो के मर्ज़ से मुकम्मल तौर पर महफ़ूज़ रहना होगा ताकि उसको पोलीयो से आज़ाद मुल्क का मौक़िफ़ हासिल हो सके।

हिंदूस्तान में आलमी इदारा-ए-सेहत की नुमाइंदा नुकीला मनाबदे ने ये इन्किशाफ़ करते हुए कहा कि हिंदूस्तान को मुस्तक़बिल में पोलीयो से मुकम्मल तौर पर महफ़ूज़ रखने के लिए हंगामी मंसूबा मुरत्तिब किया गया है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने इस कामयाबी की सताइश की और कहा कि इसका सेहरा उन 23 लाख वालीनटर्स के सर जाता है जिन्होंने हिंदूस्तान के दौर दराज़ इलाक़ों में पहूंच कर भी हर बच्चे को पोलीयो की ख़ुराक दी।

डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि इस कोशिश की कामयाबी ने साबित कर दिया है कि टीम वर्क के बेहतरीन नताइज बरामद होते हैं। नुकीला मनाबदे ने मज़ीद कहा कि हिंदूस्तान की कामयाबी दरअसल अवामी सेहत के शोबा में ये एक अहम आलमी कामयाबी है क्योंकि इससे ना सिर्फ हिंदूस्तान ने ख़ुद को पोलीयो से बिलकुल महफ़ूज़ रखने के मक़सद में कामयाबी हासिल की है बल्कि आलमी सतह पर इस वबा-ए-के ख़ातमे के लिए जारी कोशिशों में एक अहम कामयाबी मिली है।

नवंबर 2010 के बाद ये पहला मौक़ा है कि मुल्क में पोलीयो का कोई वाक़िया मंज़रे आम पर नहीं आया और हवा में पोलीयो के जरासीम की मौजूदगी का पता चलाने केलिए किए गए तमाम माहौलियाती नमूनों के तजुर्बे भी मनफ़ी साबित हुए।