नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता और आर्य समाज के नेता स्वामी अग्निवेश ने देशभक्ति पर योग गुरु रामदेव के दृष्टिकोण की आलोचना की जिन्होंने भारत माता की जय कहने से इनकार हिंसा से काम लेने की चेतावनी दी थी और कहा था कि वह कानून और संविधान का सम्मान करते हैं वरना लाखों लोगों के सिर क़लम कर दिए जाते।
जिस पर गंभीर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी अग्निवेश ने कहा कि रामदेव का धमकी स्वर दोषी है क्योंकि इन लोगों के मन में नफरत और हिंसा के बीज बोने की कोशिश की है कि देशभक्ति की भावना रखते हैं लेकिन व्यक्त नहीं कर सकते। आर्य समाज नेता ने कहा कि योग गुरु को अब आत्म शुद्धि और ज्ञान ध्यान के लिए वनवास (जंगल) जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह भगवा ध्वज तले काम और आध्यात्मिक रहनमाकी रूप नसीहत करने के अधिकार से वंचित हो गए हैं इसलिए अब उन्हें जंगल सुधारना ही बेहतर होगा। स्वामी अग्निवेश ने सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना करते हुए इसे हिंदू धर्म के लिए खतरा करार दिया क्योंकि वेदों में शांति और सब्र संयम की शिक्षा दी गई लेकिन आज धर्म की नया रूप प्रदान दिया जा रही है जबकि तोड़ जोड़ राजनीति, कॉरपोरेट घरानों उत्तेजक और सांप्रदायिकता को भड़काने से हिंदू धर्म की मूल आत्मा खतरे में पड़ गई है।