हिंदू फिल्में ना देखें तो सड़क पर आ जाएंगे शाहरुखः योगी आदित्यनाथ

नई दिल्ली: फिल्म अदाकार शाहरूख खान के बयान पर मचे बवाल में अब एमपी योगी आदित्यनाथ भी खेमे में कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि शाहरूख को समझना चाहिए कि अगर हिंदु उनकी फिल्में न देखें तो उनको आम मुसलमानों की तरह सड़कों पर टहलना पड़ेगा। योगी ने तो यहां तक कह दिया कि शाहरूख और दहशतगर्द हाफिज सईद के बयान एक जैसे हैं।

आपको बता दें कि शाहरूख खान ने अपनी सालगिरह के मौके पर कहा था कि मुल्क में अदम रवादारी का महौल है। इसके बाद उन्हें बीजेपी लीडरों ने गद्दार तक कह दिया था। मध्यप्रदेश के साबिक वज़ीर और बीजेपी लीडर कैलाश विजयवर्गीय ने शाहरूख खान को लेकर एक के बाद एक करके कई Tweet किए थे। उन्होंने लिखा था कि शाहरूख खान रहते हिंदुस्तान में हैं, पर उनका मन हमेशा पाकिस्तान में रहता है। उनकी फिल्मे यहां करोड़ों कमाती है पर उन्हें हिंदुस्तान अदम रवादार (Intolerance) नज़र आता है यह गद्दारी नहीं तो क्या।

उन्होंने आगे लिखा कि शाहरूख के Intolerance का राग पाक व हिंद मुखालिफ ताकतों के सुर में सुर मिलाना है जब 1993 में बॉम्बे में सैकड़ों लोग गए, तब शाहरूख खान कहां थे, जब मुम्बई पर 26/11 को हमला हुआ तब शाहरूख कहां थे। हालांकि इन Tweet के बाद कैलाश निशाने पर आ गए थे और उन्होंने सफाई देते हुआ कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है।

वहीं इसके बाद कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने Tweet कर लिखा कि मैं भाजपा लीडर कैलाश विजयवर्गीय के बयान की मुज़म्मत करता हूं। पीएम मोदी को विजयवर्गीय के बयान पर शाहरूख खान से माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने लिखा, “शाहरूख को फिक्र करने की जरूरत नहीं है, हम उनके साथ खड़े हैं।”

इससे पहले साध्वी प्राची ने शाहरूख खान को पाकिस्तान का एजेंट बताया था। वहीं जमात उद दावा के चीफ हाफिज सईद ने शाहरूख खान को पाकिस्तान में रहने की दावत दिया है। सईद ने शाहरूख के intolerance वाले बयान के बाद Tweet कर कहा कि हिंदुस्तान में अपने मज़हब की वजह से परेशान हो रहे मुसलमान पाकिस्तान आ सकते हैं।