बीजिंग। 17 अक्टूबर (पी टी आई)। ऐसा मालूम होता है कि चीन बहरे जुनूबी चीन के वसाइल की दौलत से मालामाल इलाक़ा में तेल और गैस का पता चलाने के हिंद। वैतनाम मुआहिदा पर बेचैन है। एक कसीर उल-इशाअत सरकारी ज़ेर-ए-इंतिज़ाम रोज़नामा ने इंतिबाह दिया है कि ये चीन के ख़िलाफ़ सफ़ आराई की एक बेखौफ कोशिश है। ग्लोबल टाइम्स ने हाल ही में मुकम्मल होने वाले बहर जुनूबी चीन में तेल और गैस की तलाश के हिंद। वैतनाम मुआहिदा पर अपने ईदारिया में तबसरा करते हुए तहरीर किया है कि बहरी तनाज़आत की यकसूई के बुनियादी उसुलों के मुआहिदा पर दस्तख़त के सिर्फ एक ही दिन बाद शुमाली वैतनाम ने हिंदूस्तान के साथ मुशतर्का तलाश के एक मुआहिदा पर दस्तख़त कि। ये कहना मुश्किल है कि ये शुमाली वैतनाम की दोहरे अमल की ज़हनीयत का इज़हार है। दोनों ममालिक बख़ूबी वाक़िफ़ हैं कि चीन के लिए इस का क्या मतलब होता है। हिंदूस्तानी और वीतनामी सरकारी मिल्कियत तेल कंपनीयों में दोनों ममालिक में नई सरमाया कारी, तलाश और तेल और गैस सरबराह करनेवाली कंपनीयां शामिल हैं। जुनूबी बहर-ए-चीन के वीतनामी इलाक़ा में हिंदूस्तान के तेल-ओ-गैस की तलाश के पराजकटस पर चीनी ओहदेदारों ने एतराज़ किए हैं और दावा किया है कि ये चीन का इलाक़ा है। रोज़नामा ने कहा कि वैतनाम के साथ मुआहिदों के ज़रीया ग़ालिबन हिंदूस्तान की इलाक़ाई हिकमतॱएॱ अमली के ज़्यादा गहरे अज़ाइम ज़ाहिर होते हैं। ये सिर्फ़ तेल और गैस के बैरलस के हुसूल का मुआमला नहीं है। तलाश के पराजकटस के पसेपर्दा मुस्तहकम सयासी मुहर्रिकात हैं। हिंदूस्तान मुतलातिम जुनूबी बहर-ए-चीन में माही गेरी करना चाहता है ताकि इस तरह चीन के साथ दीगर मसाइल पर सौदेबाज़ी मुम्किन होसकी। चीन को चाहीए कि इस मुआहिदा के गै़रक़ानूनी होने का ऐलान करी। चीन ने 11 अक्टूबर को वैतनाम के साथ सदर कमीयूनिसट पार्टी वैतनाम के दौरा के मौक़ा पर सदर चीन होजनताॶ के साथ उन की बातचीत के बाद एक मुआहिदा किया था जब कि वैतनाम की बैरूनी ममालिक जैसे हिंदूस्तान को बहर जुनूबी चीन में तेल और गैस की दरयाफ़त की पेशकश पर चीन और वैतनाम मैं तनाज़ा मौजूद था। रोज़नामा ने तहरीर किया कि हिंदूस्तान के जुनूबी बहर-ए-चीन के बारे में अपने अज़ाइम हैं।