ख़लीज बंगाल में अमरीका और हिन्दुस्तान की मुशतर्का बहरीया जंगी मश्क़ मलाबार 2013 चार दिन तक जारी रहेगी। ये तरक़्क़ी याफ़ता कसीर क़ौमी बहरी ताल्लुक़ात में इज़ाफ़ा करने और बाहमी सयान्ती मसाइल की यकसूई का मौक़ा होगा।
ये पहली बार है कि मिज़ाईल की रहनुमाई से नक़ल-ओ-हरकत करने वाला अमरीकी बहरी जंगी जहाज़ यू ऐस ऐस मेक कीम बिल बहर-ए-हिंद में जंगी मश्क़ों में हिन्दुस्तानी बहरीया के साथ शिरकत कर रहा है। ये बहरी जहाज़ गुज़िशता इतवार चेन्नाई पोर्ट ट्रस्ट पर पहुंच गया था।
ये जहाज़ कई हथियारों के निज़ाम से आरास्ता है। ये बहरी जहाज़ बंदरगाह के मामूल के सफ़र पर था और इसका मक़सद अमरीकी बहरी जंगी जहाज़ के मल्लाहों को हिन्दुस्तानी बहरीया के मल्लाहों के साथ तआवुन-ओ-इश्तिराक में मदद फ़राहम करना और सक़ाफ़्ती तबादला था। यू ऐस ऐस मेक कीम बिल पहला जंगी जहाज़ था जिस ने दो साल क़बल सूनामी आने पर शुमाली जापान को मदद की पेशकश की थी।