हिंद – अमरीका ताल्लुक़ात के इस्तेहकाम के लिए क़रारदाद

हिंदुस्तानी अवाम को दुनिया की सब से बड़ी जम्हूरी रायदही के इनेक़ाद पर मुबारकबाद पेश करते हुए अमरीकी कांग्रेस ने बरसरे इक़्तेदार और अपोज़ीशन दोनों पार्टीयों ने मुत्तहदा तौर पर एक क़रारदाद पेश की है जिस का मक़सद वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी की क़ियादत में हिंद – अमरीका ताल्लुक़ात को मुस्तहकम बनाना है।

क़रारदाद अमरीकी ऐवान नुमाइंदगान में जारीया हफ़्ता मंज़ूरी के लिए पेश की गई थी जिस में कहा गया है कि अमरीका की हिंदुस्तान के साथ दिफ़ाई शराकतदारी के इलावा तिजारती और सियान्ती शोबों में भी शराकतदारी को मज़ीद मुस्तहकम बनाया जाना चाहीए। क़रारदाद में कहा गया है कि हिंदुस्तान हमेशा अमरीका का एक अहम दिफ़ाई हलीफ़ रहा है।

वज़ीरे आज़म मोदी आज़म तरीन हुक्मरानी और अक़्लतरीन हुकूमत के त्यक्क़ुन के पाबंद है। हिंदुस्तानी रास्त ग़ैर मुल्की सरमाया कारी की पालिसी अमरीकी मईशत की बनिसबत ज़्यादा यानी 5 अरब अमरीकी डॉलर सालाना मालियत की हो गई है। इस से अमरीका में रोज़गार के हज़ारों मवाक़े पैदा हुए हैं और हज़ारों मवाक़े को इस्तेहकाम हासिल हुआ है।