वाशिंगटन 29 अक्तूबर (पी टी आई)अमरीकी कांग्रेस एक रिपोर्ट ने इन्किशाफ़ किया है कि हिंदूस्तान और अमरीका की बढ़ती दोस्ती और वाशिंगटन और ईस्लामाबाद के ताल्लुक़ात में बढ़ती हुई कशीदगी अब पाकिस्तान को चीन के क़रीब पहुंचा रही है।
अमरीकी कांग्रेस रिसर्च सर्विस की एक आज़ाद रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा मालूम होता है कि अब अमरीका और हिंदूस्तान के दरमयान गहरे ताल्लुक़ात उस्तिवार हो चुके हैं और पाक-अमरीकी ताल्लुक़ात कशीदगी का शिकार हो चुके हैं।
कई मुबस्सिरीन ये महसूस करने लगे हैं कि ईस्लामाबाद तेज़ी के साथ चीन के क़रीब पहुंच रहा है और बीजिंग के साथ गहिरी दूसरी पर इन्हिसार करना चाहता हैं।
उसामा बिन लादन की हलाकत के बाद पाक।अमरीकी ताल्लुक़ात में पैदा शूदा कशीदगी ने बज़ाहिर ऐसा महसूस होता है कि एक कलीदी बैन-उल-अक़वामी हलीफ़ की हैसियत से चीन पर पाकिस्तान के इन्हिसार में इज़ाफ़ा कर दिया हैं।
चुनांचे पाकिस्तानी क़ाइदीन 2011 -ए-के दौरान चीन से अपने मलिक के क़रीबी ताल्लुक़ात के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा बल्कि बाअज़ मर्तबा ज़रूरत से ज़्यादा इज़हार करने लगे हैं।
वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी का मई में दौरा चीन अगरचे ज़्यादा एहमीयत का हामिल तो नहीं था लेकिन चीनी हुकूमत ने परज़ोर लहजा में कहा था कि मग़रिबी ममालिक को चाहीए कि वो पाकिस्तान के इक़तिदार आली का एहतिराम करें।
चीन ने पाकिस्तान को 50 , JF-17 जंगी तय्यारे देने के अमल को तेज़ तर बनाने का भी इत्तिफ़ाक़ कर लिया था। इलावा अज़ीं ईस्लामाबाद ने बीजिंग से तीन अरब अमरीकी डालर मालियती , 6 नए आबदोज़ ख़रीदने के बारे में भी बातचीत की थी।