हिंद का एहतेजाजी नोट क़ुबूल करने से पाकिस्तान का इनकार

पाकिस्तानी फायरिंग पर हिन्दुस्तान जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर : बी एस एफ़

बॉर्डर सिक्योरटी फोर्सेस ने आज कहा कि पाकिस्तानी फोर्सेस, जंग बंदी की ख़िलाफ़ वरज़ीयों पर हिन्दुस्तान के एहतेजाजी नोटिस क़ुबूल नहीं कररहे हैं और जानबीन के दरमियान कोई मुवासलाती राबिता नहीं है। बी एस एफ़ के डायरेक्टर जनरल डी के पाठक ने कहा कि हम सरहद पर मामूल के हालात बहाल करना चाहते हैं लेकिन हमें जवाबी कार्रवाई के लिए मजबूर किया जा रहा है क्योंकि पाकिस्तानी रेंजर्स हम पर फायरिंग पर उतर आए हैं।

पाठक ने मज़ीद कहा कि जंग बंदी की ख़िलाफ़ वरज़ीयों पर पाकिस्तानी रेंजर्स हिन्दुस्तान के एहतेजाजी नोटिस क़ुबूल नहीं कररहे हैं। दोनों फ़रीक़ों के दरमियान कोई मुवासलाती राबिता नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जानिब से जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी मुम्किन है कि पेशावर सानिहा से अवाम की तवज्जे हटाने इस (पाकिस्तान) की कोशिश होसकती है।

जम्मू-ओ-कश्मीर के अज़ला सांबा और कुथवा के 60 देहातों में मुतअद्दिद सरहदी चौकियों पर पाकिस्तानी रेंजर्स की शलबारी और फायरिंग से ख़ौफ़ज़दा तक़रीबन 10,000 अफ़राद अपने घर छोड़कर फ़रार होचुके हैं। साल नौ के मौक़े पर पाकिस्तानी रेंजर्स के मोर्टार हमलों और शलबारी एक ख़ातून और बी एस एफ़ के चार जवान हलाक होगए थे। हिन्दुस्तान की जवाबी कार्रवाई में 5 पाकिस्तानी रेंजर्स हलाक हुए थे।