हिंद-नेपाल की 5वीं मुशतर्का जंगी मश्क़ों का आज यहां शुरू होगया जो दो हफ़्तों तक जारी रहेंगी। इस मुशतर्का मश्क़ के दौरान आम जंगी हालात के इलावा पहाड़ों पर लड़ी जाने वाली जंग की भी मश्क़ की जाएगी।
इंसिदाद शोरिश पसंदी केलिए किए जाने वाले इक़दामात को भी जंगी मश्क़ में शामिल किया जाएगा क्योंकि अक्सर-ओ-बेशतर फ़ौजियों की काहिस्तानी इलाक़ों में तैनाती भी अमल में आती है जहां के पुर पेच रास्ते जो किसी भूल भुलैयों से कम नहीं होते, फ़ौज को चकमा दे देते हैं।
मुशतर्का फ़ौजी मश्क़ के दौरान आफ़ात समावी पर मुतास्सिरा लोगों की किस तरह मदद की जाती है और उनकी बाज़ आबादकारी किस तरह अमल में आती है, इन सरगर्मियों पर भी अमल आवरी की जाएगी जिस के लिए सूरते हालात पैदा किए जाऐंगे। हिंदुस्तानी अफ़्वाज के एक ज़राए ने बताया कि मुशतर्का फ़ौजी मश्क़ों का इख़तताम 6 अक्टूबर को होगा जिस में 900 हिंदुस्तानी और नेपाली फ़ौजी हिस्सा ले रहे हैं।
हिंद- नेपाल सरहद के क़रीब ऐसा इलाक़ा जो जुग़राफ़ियाई तौर पर दोनों ममालिक का हिस्सा हैं, फ़ौजी मश्क़ों के लिए मुंतख़ब किया गया है। फ़ौजी ज़राए ने मज़ीद बताया कि मुशतर्का फ़ौजी मश्क़ों के बाद दोनों ही ममालिक के फ़ौजी जवान 6 अक्टूबर को एक रंगारंग सक़ाफ़्ती प्रोग्राम पेश करेंगे।