हिंद-पाक अवाम के दरमियान गलतफहमियों के अज़ाला की ज़रूरत

साउथ एशिया कन्सोरशियम बराए बैन महकमा जाती आबी वसाइल स्टडीज़ के ज़ेरे एहतेमाम होटल अवास , माधवपूर चहारशंबा को इलाक़ाई ताल मेल और तआवुन में मीडिया के रोल पर एक पैनल मुबाहिसा का इनेक़ाद अमल में आया। इस पैनल में मशहूर शख्सियतें जैसे कनक शक नाग एडीटर टाइम्स ऑफ़ इंडिया और जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ान मैनेजिंग एडीटर रोज़नामा सियासत ने हिंदुस्तानी मीडिया की नुमाइंदगी की।

जनाब आबिद सिलियरी डेवलप्मेन्ट पॉलीसी इंस्टीट्यूट पाकिस्तान और अरविंद सरला यूनीवर्सिटी ऑफ़ हैदराबाद इस मुबाहिसा को एतदलाल पसंद बताया। इस पैनल मुबाहिस का एजंडा इलाक़ाई तआवुन में मीडिया के रोल पर रखा गया था।

जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ान मैनेजिंग एडीटर रोज़नामा सियासत ने पैनल मुबाहिसा से ख़िताब करते हुए कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान टेली वीज़न चैनल्स अपने अपने टी आर पीज़ को उभारने का काम कर रहे हैं चाहे वो ग़लत ही क्यों ना हो। उन्हों ने कहा कि जब वो पाकिस्तान का दौरा किए थे अवाम ने ख़ुलूस और मुहब्बत का इज़हार किया था और ताजिरीन ने ज़ाइद डिस्काउंट की पेशकश की थी क्यों कि वो हिंदुस्तान से आए थे।

जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ान ने मज़ीद कहा कि आख़िर हम क्यों दिफ़ा पर चार सौ करोड़ से ज़ाइद रक़म ख़र्च कर रहे हैं हम को चाहीए कि अवामी राबिता की हिम्मतअफ़्ज़ाई की जानी चाहीए। उन्हों ने कहा कि जब वो पाकिस्तान गए थे , अवाम ने उन से इस्तिफ़सार किया था कि आया वो हिंदुस्तान में आज़ादी के साथ इबादत कर सकते हैं इस तरह की गलतफहमियों को ख़त्म होना चाहीए।

मुहतरमा अस्मा शीराज़ी ने कहा कि पाकिस्तान में अख़्बारात की हेडलाइन्स बालीवुड कहानियों से भरी होती है। कनक शक ने पैनल मुबाहिसा से ख़िताब करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में पाकिस्तानी अवाम का ख़ैरमुक़दम खुले दिल से किया जाता है , ज़रूरत इस बात की है कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एहसासात में कमी लाई जाए।

उन्हों ने चीन को हक़ीक़त में बड़ा ख़तरा बताया। जनाब आबिद सिलियरी ने मुबाहिसा से ख़िताब करते हुए कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के दरमियान मीडिया के सबब पैदा होने वाली गलतफहमियों का अज़ाला होना चाहीए।

उन्हों ने कहा कि दोनों ममालिक आम मौज़ूआत जैसे लड़कियों की तालीम और तरक़्क़ी और दीगर मसाइल को एक मुशतर्का प्लेटफार्म पर हल कर सकते हैं।