हिमाचल प्रदेश में हिंद-पाक क्रिकेट टी20 वर्ल्डकप मैच के आयोजित करने पर जारीया विवाद के बीच शिवसेना ने आज बीजेपी से ये सवाल किया कि चीफ़ मिनिस्टर वीरभद्र सिंह को भी मैच के विरोध राष्ट्र दुशन करार दिया जाएगा। वीरभद्र सिंह ने अपनी बात में हिंद-पाक क्रिकेट मैच का विरोध किया है।
ये विरोध ना सियासी है और ना ही मज़हबी है जबकि शहीद फ़ौजी जवानों के रिश्तेदारों की ये आवाज़ है। शिवसेना के प्रवक्ता सामना के एडिटोरियल में कहा गया कि अगर वीरभद्र सिंह ये समझते है कि क्रिकेट मैच आयोजित करना शहीद फ़ौजीयों का अपमान है। क्या तुम (बीजेपी उन्हें क़ौम दुश्मन क़रार देते हुए फांसी पर लटका दोगे।
चीफ़ मिनिस्टर हिंद-पाक क्रिकेट मैच का विरोध करते हुए कहा था कि रियासती हुकूमत खिलाड़ियों की हिफ़ाज़त के लिए आश्वासन नहीं करवा सकती है और सरज़मीन हिंद पर पाकिस्तानी खिलाड़ियों के स्वागत से शहीद सिपाहीयों का अपमान होगा।
हिन्दुस्तान में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सलामती को यक़ीनी बनाने से मुताल्लिक़ केंद्र के रुख पर मेरी निन्दा करते हुए शिवसेना ने पूछा कि साथ में इस तरह के अवसरों पर इस आत्मविश्वास कहां गई थी। एनडीए ने ये सवाल उठाया कि ब क्रिकेट मैच महाराष्ट्र मुल्क के अन्य इलाक़ों में किसानों की ख़ुदकुशी की रोक-थाम के लिए खेला जा रहा है।
क्या जम्मू-कश्मीर में अमन बहाल हो जाएगा । क्या हमारे सिपाही सरहद पर महफ़ूज़ होजाएंगे , क्या पाकिस्तानी नारे बंद होजाएंगे। शिवसेना ने बीजेपी को ख़बरदार किया कि एतराज़ के बावजूद ये मैच खेला गया तो अवाम की नाराज़गी का सामना करना पड़ेगा। तर्जुमान ने मज़ीद कहा कि पठानकोट हमले की तहक़ीक़ात के लिए शिवसेना ने बीजेपी को ख़बरदार किया कि एतराज़ के बावजूद ये मैच खेला गया तो अवाम की नाराज़गी का सामना करना पड़ेगा।
एडिटोरियल ने कहा कि पठानकोट हमले की तहक़ीक़ात के लिए पाकिस्तानी टीम की आने से हमारे सिपाहीयों की तौहीन होगी। अगर हिन्दुस्तान में हुकूमत बदली होगी लेकिन पाकिस्तान की ख़ुशामदी का सिलसिला बंद नहीं हुआ|