हिंद-पाक बाहमी रवाबित दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ इक़दामात से मरबूत

हिंदूस्तान और पाकिस्तान के माबैन बाहमी रवाबित में बेहतरी के लिए पेशरफ़त को हाफ़िज़ सईद और मुंबई दहश्तगर्द हमलों के लिए ज़िम्मेदार दीगर अफ़राद के ख़िलाफ़ कार्रवाई से मरबूत करते हुए वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी से कहा कि ये मुआमला इंतिहाई एहमीयत का हामिल है।

आसिफ़ अली ज़रदारी ने दरगाह हज़रत ख़्वाजा मुईन उद्दीन चशतीऒ अजमेर शरीफ़ पर हाज़िरी के लिए रवानगी से क़ब्ल दार-उल-हकूमत नई दिल्ली में तक़रीबन 2 घंटे तवक्कुफ़ किया। इस मौक़ा पर उन्होंने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से मुलाक़ात की जिन्हों ने अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ बेहतर रवाबित के अह्द का इआदा किया लेकिन साथ ही साथ ये भी वाज़िह कर दिया कि इस ज़िमन में मूसिर पेशरफ़त के लिए दहश्तगर्दों के ख़िलाफ़ कार्रवाई नागुज़ीर है।

मनमोहन सिंह ने दहश्तगर्दी के मसला को पेश पेश रखते हुए 26/11 के कलीदी मुल्ज़िम और लश्कर-ए-तयबा के बानी हाफ़िज़ सईद की सरगर्मीयों का मसला भी उठाया। अमेरीका ने हाफ़िज़ सईद के सर पर 10 मिलीयन डॉलर्स के रुकमी इनाम का ऐलान किया है। ज़रदारी ने हिंदूस्तान आमद से एक दिन क़ब्ल लाहौर में कहा था कि उन्हें वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की जानिब से हाफ़िज़ सईद का मसला उठाने की तवक़्क़ो नहीं है।

मनमोहन सिंह ने दहश्तगर्दी का मसला उठाते हुए आसिफ़ ज़रदारी से कहा कि 26/11 मुंबई हमलों के ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई और उन्हें इंसाफ़ के कटहरे में ला खड़ा करना ज़रूरी है। इसके साथ साथ हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ पाकिस्तानी सरज़मीन से जारी सरगर्मीयों की रोक थाम भी की जानी चाहीए। उन्होंने हाफ़िज़ सईद की सरगर्मीयों के बारे में भी तबादला-ए-ख़्याल किया।

मोतमिद ख़ारिजा रंजन मथाई ने अख़बारी नुमाइंदों को ये बात बताई। उन्होंने मनमोहन सिंह के हवाले से कहा कि दहश्तगर्दी सब से अहम और बड़ा मसला है और हिंदूस्तानी अवाम इसी बुनियाद पर पाकिस्तान के साथ बाहमी रवाबित के बारे में फ़ैसला करेंगे।

40 मिनट की इस मुलाक़ात में दोनों क़ाइदीन ने बाहमी , इलाक़ाई और आलमी मसाइल पर वसीअ तर तबादला-ए-ख़्याल किया। बादअज़ां मीडीया के रूबरू मुख़्तसर तबसिरा करते हुए मनमोहन सिंह और ज़रदारी ने बातचीत को तामीरी और बामक़सद क़रार दिया।

इन दोनों ने मुख़्तलिफ़ मौज़ूआत जैसे कश्मीर , सियाचिन और सरक्रीक पर मरहला वार मुज़ाकरात के ज़रीया उन की यकसूई से इत्तेफ़ाक़ किया। मनमोहन सिंह ने आसिफ़ ज़रदारी , उनके फ़र्ज़ंद बिलावल के इलावा 40 रुकनी वफ़द के दीगर बाअज़ अरकान की 7 रेस कोर्स रोड पर वाक़्य अपनी रिहायश गाह पर मेज़बानी की। वज़ीर उमोर ख़ारिजा एस एम कृष्णा, वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम , राहुल गांधी, बी जे पी क़ाइदीन एल के अडवानी और सुषमा स्वराज के इलावा पाकिस्तान के वज़ीर-ए-ख़ारजा रहमान मुल्क ज़ुहराना में शिरकत करने वाले 20 मेहमानों में शामिल थे।