हिंद – पाक मुज़ाकरात के अहया के लिए सी पी एम‌ का ज़ोर

मसला-ए-कश्मीर की यकसूई दोनों मुल्कों के मफ़ाद में : एमवाई तरीगामी का बयान
हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के दरमियान तमाम देरीना मसाइल की यकसूई के लिए मोस्सर मज़ाकरात के अहया की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए सी पी आई ऐम की जम्मू-ओ-कश्मीर यूनिट ने आज कहा कि सरहद पार होने वाली सियासी-ओ-समाजी तबदीलीयों के पेशे नज़र ताल्लुक़ात के पुराने नज़रिये को ख़ैरबाद कहते हुए नए अज़ाइम के साथ इक़दामात किए जाने चाहीए।

सी पी आई ऐम के रियास्ती सैक्रेटरी एमवाई तरीगामी ने जुनूबी कश्मीर के ज़िला अनंतनाग, ख़ान बिल में पार्टी के कनवेनशन से ख़िताब करने के बाद बयान देते हुए कहा कि अब वक़्त आ गया है कि दोनों ममालिक अपने दरमियान हाइल रुकावटों को दूर करते हुए अपने अज़ाइम को फ़ौरी बरुए कार लाए।

ऐसी संजीदा कोशिश की जाये कि मुअत्तल शूदा अमन मुज़ाकरात का अहया होकर इस में पेशरफ़त हो। सी पी आई (ऐम) लीडर ने कहा कि कश्मीर के अवाम हिंद – पाक मुज़ाकरात में पैदा रुकावटों को दूर होता देखना चाहते हैं।

में हिन्दुस्तान और पाकिस्तान पर ज़ोर देता हूँ कि वो सरहद के दोनों जानिब बदलती सूरत-ए-हाल को देखते हुए अपने पुराने दक़यानूसी नज़रियात को ख़ैरबाद करदें।तरीगामी ने कहा कि मसला-ए-कश्मीर की यकसूई दोनों मुल्कों के मफ़ाद में है।