हिंद – बंगला देश सरहद की फ़सील बंदी के लिए बंगला देश आमादा

अगरतला, 04 दिसंबर: (पीटीआई) पड़ोसी मुल्क बंगला देश ने हिंद-बंगला देश सरहद की ज़ीरो लाइन पर नौ मुक़ामात पर ख़ारदार तार लगाने पर आमादगी का इज़हार किया है। सरकारी ज़राए ने बताया कि इस सिलसिले में हकूमत-ए-हिन्द ने बंगला देश से पहले ही कई बार मुतालिबा किया था जिस पर बिलआख़िर बंगला देश ने आमादगी का इज़हार किया, जिसके बाद अब नौ मुक़ामात पर ख़ारदार फ़सील बनाई जाएगी।

जिन मुक़ामात पर ख़ारदार फ़सील बनाई जाएगी इनमें अखौरा इंटरनैशनल चेक पोस्ट, क़स्बा काली टेम्पल एरिया, अगरतला एयर‌पोर्ट , मोहनपुर मार्केट और सिधाई मेन रोड (मग़रिबी त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट) , बीलोनया और सबरम (जुनूबी त्रिपुरा के सब डीवीजनल मुस्तक़र) और केला शहर जो ओनाकोल डिस्ट्रिक्ट का सब डीवीजनल मुस्तक़र है, शामिल हैं।

ज़राए ने बताया कि मर्कज़ ने क़बल अज़ीं 856 कीलो मीटर तवील हिंद बंगला देश सरहद के 833 कीलो मीटर फ़ासिला को फ़सील बंद करने की इजाज़त दी थी । क़बल अज़ीं ज़ीरो लाईन पर फ़सील बंदी के लिए हुकूमत बंगला देश ने एतराज़ात किए थे क्योंकि 1972 में उस वक़्त की हिंदूस्तानी वज़ीर ए आज़म इंदिरा गांधी और बंगला देश के क़ाइद शेख मुजीब अल रहमान के दरमियान एक मुआहिदा हुआ था जिसके तहत ज़ीरो लाईन के अंदरून 150 गज़ तक किसी भी तामीराती काम की इजाज़त ना होने पर दोनों क़ाइदीन ने रसा मंदी का इज़हार किया था ।

50 गज़ के अंदरून तामीरी काम अनजाम देने से कई अफ़राद बेघर किए थे और यही नहीं बल्कि बेहतरीन ज़राअती आराज़ीयात भी तामीरी कामों की वजह से नाकारा हो गई थीं जिससे दोनों जानिब के अवाम को शदीद मुश्किलात और नुक़्सानात का सामना करना
पड़ा था।