नई दिल्ली । 8 मार्च (पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज तमाम सियासी जमातों पर ज़ोर दिया कि वो दानिशमंदी का मुज़ाहरा करते हुए बंगला देश के साथ तए शूदा अराज़ी समझौता को मंज़ूरी दें जो इस बजट सैशन के दौरान पार्लीमेंट में पेश किया जाएगा।
डाक्टर मनमोहन सिंह ने सदारती ख़ुतबा पर राज्य सभा में तहरीक तशक्कुर का जवाब देते हुए कहा कि दोनों ममालिक के माबैन ताल्लुक़ात को फ़रोग़ देने के एक ज़रीये के तौर पर ये ऐवान और दूसरा एवान दानिशमंदी का मुज़ाहरा करते हुए अराज़ी के इस समझौता को मंज़ूरी दें जिस पर मईं और बंगला देश के ज़िम्मेदार दस्तख़त किए हैं।
डाक्टर मनमोहन सिंह ने ये अपील एक इसे वक़्त की है जब बी जे पी ने अराज़ी की बाहमी मुंतक़ली के इस समझौता की मुख़ालिफ़त करते हुए कहा है की इस से मुल्क की इलाक़ाई यकजहती से समझौता का अंदेशा है। सदर प्रणब मुकर्जी के हालिया दौरे बंगला देश का हवाला देते हुए डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि इस मुल्क (बंगला देश) के अवाम और हुकूमत ने इस दौरे की भरपूर सताइश की है।
वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि में तवक़्क़ो करता हूँ कि सियासी जमातें अराज़ी हदूद समझौता से मुताल्लिक़ मुसव्वदा क़ानून की मंज़ूरी के मामले में दानिशमंदी का मुज़ाहरा करेंगी। उन्होंने कहा कि ये समझौता बंगला देश से मुत्तसिल सरहद पुर अमन-ओ-हम आहंगी को यक़ीनी बनाएगा और दोनों मुल्कों में अमन-ओ-ज़बत केलिए मुआविन होगा।
दस्तूरी तरमीमी बिल को काबीना ने गुज़िशता माह मंज़ूरी दी थी और तवक़्क़ो है की रवां बजट सैशन के दौरान इस बिल को पार्लीमेंट में पेश किया जाएगा।