हिंसा के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को 680 अरब डॉलर का नुकसान

मम्बई: विश्व शांति दशमलव में भारत को 141 वां स्थान मिला जिसके आधार पर वे (भारत), अराजकता से प्रभावित छोटे अफ्रीकी देशों बुरुंडी और-Birkenau फासो अलावा पूर्वी यूरोपीय देश सर्बिया जैसे कम शांतिपूर्ण देशों में शामिल हो गया है, जहां 2015 के दौरान हिंसा के परिणाम स्वरूप अर्थव्यवस्था को 680 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा है। वैश्विक विचारक और पर्यवेक्षक इदारा बराए शांति आर्थिक द्वारा तैयार की गई 163 देशों की सूची में भारत को निचले स्थान मिला है।

शाम को बेहद कम शांतिपूर्ण देश घोषित किया गया है जिसके बाद दक्षिण सूडान, इराक और अफगानिस्तान के अलावा सोमालिया शामिल हैं। दूसरी ओर आयसलैंड दुनिया के शांतिपूर्ण सबसे देश घोषित किया गया है। डेनमार्क दुनिया का दूसरा और ऑस्ट्रिया तीसरा शांतिपूर्ण देश है।

भारत हालांकि इस साल की सूची में दो ऊपर गया है लेकिन समीक्षा में कहा गया है कि 2015 के दौरान भारत में शांति की स्थिति जस की तस रही। इसके बावजूद उसका दो पायदान ऊपर आना वास्तव में नीचे मौजूद अन्य देशों में शांति अनुशासन की स्थिति में अधिक अब्तरी है।

इस सूची में भूटान को 13 स्थान के साथ दक्षिण एशिया के शांतिपूर्ण सबसे स्थान घोषित किया गया है। पाकिस्तान को 153 वां और अफगानिस्तान को 160 वां स्थान प्राप्त है। भारत का रुख अंतर्देशीय और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष और सैन्य गतिविधियों के कारण मामूली रूप से प्रभावित हुआ है। भारत बदस्तूर आतंकवादी गतिविधियों के लिए मिलावट है और इसे पाकिस्तान से मतसलह अपनी सीमाओं पर सुरक्षा चुनौतियां हैं। एक साल के दौरान बाहरी क्षेत्र से क्यूरेट आतंकवादी हमलों के कारण होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है।