हिना रब्बानी को बदनाम करने की कोशिश ?

वज़ीर ए खारजा हिना रब्बानी व सदर आसिफ अली जरदारी के फर्ज़ंद और पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो के इश्क की खबरों को आवाम तक पहुँचाने में वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।

ब्रिटेन के एक अखबार ने यह खुलास किया है। हालांकि पाकिस्तानी फौज ने इन इल्ज़ामों को खारिज कर दिया है। आईएसआई के तर्जुमान ने इन इल्ज़ामातो को बेबुनियाद बताया कि आईएसआई हिना और बिलावल को बदनाम करने के लिए मुहिम चलाए हुए हैं। तर्ज़ुमान ने कहा कि वज़ीर ए खारजा और आईएसआई के बीच कोई परेशानी नहीं है।

तर्जुमान ने कहा कि यह मुहिम वो लोग चला रहे हैं, जो मुख्तलिफ इदारो के बीच इख्तेलाफ पैदा कर पाकिस्तान को कमजोर करना चाहते हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है। ये लोग पहले भी इस तरह की गलत खबरें शाय करवा चुके हैं। कम से कम ब्रिटेन के अखबार को ऐसी खबर छापने से पहले मुख्तलिफ इदारों से तौसीक करनी चाहिए थी।

अखबार को जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए था। बिना नाम और जराए के हवाले से चलाई जा रही खबरों को लेकर पाकिस्तान की फौज कानूनी कार्रवाई कर सकती है।

ब्रिटेन के अखबार ने पीपीपी के सीनीयर नेता के हवाले से बताया है कि सिक्योरिटी फोर्स की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद लापता हुए हजारों लोगों के मामले की अकवाम ए मुत्तहिदा (संयुक्त राष्ट्र संघ) की टीम से जांच करवाने में हिना का हाथ रहा है।

इससे आईएसआई भड़क गई थी। यू एन वर्किग ग्रुप ने हाल ही में पाकिस्तान का दौरा किया था। उसने इस मामले में पाकिस्तानी फौज और आईएसआई के सीनीयर अफ्सरान के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।