हिन्दुस्तानी टीम वर्ल्ड कप की मज़बूत दावेदार नहीं : फ्लेमिंग

आलमी चम्पियन हिन्दुस्तानी टीम ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में मुनाक़िद शुदणी 2015वर्ल्ड कप केलिए मज़बूत दावेदारों में शामिल नहीं। इन ख़्यालात का इज़हार न्यूज़ीलैंड के साबिक़ कप्तान और आई पी एल में चेनाई सोपर किंग्स के कोच स्टीफ़न फ्लेमिंग ने किया है। फ्लेमिंग के तजज़ियों के मुताबिक़ हिन्दुस्तानी टीम जिस ने 2011 में वर्ल्ड कप अपने नाम किया है, जिस की अहम वजह इस के घरेलू मैदानों में मुक़ाबले मुनाक़िद होने हैं जबकि अब ऑस्ट्रेलिया-ओ-न्यूज़ीलैंड में मुशतर्का तौर पर खेले जाने वाले वर्ल्ड कप में हिन्दुस्तानी टीम को ख़िताब का दिफ़ा करना आसान नहीं होगा।

फ्लेमिंग ने कहा कि वर्ल्डकप के लिए ख़िताब की 4 सर-ए-फ़हरिस्त टीमों के मुताल्लिक़ कहा जाये तो ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड को इस लिए सुबुक़त हासिल रहेगी क्योंकि वर्ल्डकप उनके घरेलू मैदानों में खेला जा रहा है जबकि तीसरे मुक़ाम पर जुनूबी अफ़्रीक़ा को मज़बूत टीम क़रार दिया जा सकता है क्योंकि वो फ़िलहाल बेहतर फ़ाम में है।

चौथे मुक़ाम केलिए दीगर टीमों के दरमियान सख़्त मुसाबक़त है क्योंकि ये मुक़ाम हिन्दुस्तान, पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज और श्रीलंका को दिया जा सकता है। यहां मुनाक़िदा एक तक़रीब में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए महिन्द्र सिंह धोनी की ज़ेर-ए-क़ियादत चेनाई सोपर किंग्स की गुज़िशता आई पी एल के 6 एडीशंस में कोचिंग कररहे 41 साला फ्लेमिंग ने कहा कि यकसानियत की वजह से आइन्दा वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड को घरेलू मैदानों का फ़ायदा होगा जैसा कि 2011 का ख़िताबी मुक़ाबला श्रीलंका और हिन्दुस्तान के दरमियान खेला गया था जो कि इंतेहाई क़रीबी फाईनल साबित हुआ था।

हिन्दुस्तान जिस ने 2011 में वर्ल्डकप अपनी विकटों पर हासिल किया था लेकिन ऑस्ट्रेलिया-ओ-न्यूज़ीलैंड में इस केलिए हालात मुख़्तलिफ़ होंगे। नीज़ हिन्दुस्तानी टीम केलिए ख़िताबी राह हमवार करने केलिए इस के फ़ास्ट बोलरों को बेहतर मुज़ाहरा करना होगा। फ्लेमिंग ने मज़ीद कहा कि बर्र-ए-सग़ीर में कामयाबी केलिए इख़तियार की जाने वाली हिक्मत-ए-अमली का ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में फ़ायदा नहीं होगा क्योंकि टीम की कामयाबी में फ़ास्ट बोलरों का अहम किरदार होगा क्योंकि उन्हें वक़फ़ा वक़फ़ा से विकटें हासिल करनी होगी।

फ्लेमिंग के बमूजब 30 गज़ के दायरे के बाहर 4 फील्डरों को तायनात करने के क़ायदे की वजह से वनडे क्रिकेट में बहुत सी तब्दीली आचुकी हैं और इस का भी खेल पर काफ़ी असर होगा। फ्लेमिंग के बमूजब हिन्दुस्तानी बोलरों में सलाहीयत मौजूद है लेकिन फ़ास्ट बोलरों के हमराह स्पिन्नरस को भी वक़फे वक़फे से विकटें हासिल करनी होंगी लेकिन इस मामले में वर्ल्ड चम्पीयन की किसी क़दर कमज़ोर दिखाई देती है।

फ्लेमिंग फ़िलहाल आई पी एल के एक मुस्तक़िल कोच बन चुके हैं लेकिन जब उन्हें फ़ुर्सत के औक़ात दस्तियाब होते हैं तो वो न्यूज़ीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैकुलम के साथ तबादला-ए-ख़्याल करते हैं क्योंकि ब्रेंडन मैकुलम भी अब चेनाई सोपर किंग्स के खिलाड़ी ही हैं। इस ज़िमन में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए उन्होंने कहा कि वो एक अर्से से चेनाई सोपर किंग्स के साथ वाबस्ता हैं और जब कभी उन्हें वक़्त मिलता है तो वो अपने अफ़रादे ख़ानदान और तिजारत पर तवज्जे मर्कज़ करते हैं लेकिन इन तमाम ज़िम्मेदारियों को निभाने केलिए औक़ात को फ़ारिग़ करने में उन्हें काफ़ी लुत्फ़ आता है। न्यूज़ीलैंड के एक कामयाब तरीन कप्तान रह चुके फ्लेमिंग ने कहा है कि उन्हें बैन-उल-अक़वामी मुआहिदों की पेशकश हासिल हो रही हैं लेकिन वो फ़िलहाल चेनाई सोपर किंग्स के साथ ही रहना चाहते हैं।