हिन्दुस्तानी सफ़ीर बराए अमरीका निरूपमा राय अपने ओहदे से यहां सुबुकदोश होगईं। जिस के बाद उनके एज़ाज़ में अमरीकी सिफ़ारत ख़ाना में एक ज़बरदस्त तहनीती तक़रीब मुनाक़िद की गई जो अमरीकी सिफ़ारत ख़ाना में किसी हिन्दुस्तानी सफ़ीर के एज़ाज़ में मुनाक़िद की जाने वाली शाज़ो नादिर तहनीती तक़रीब क़रार दी जा सकती है।
इस तक़रीब में चीन, ब्राज़ील और दीगर ममालिक के उनके हम मंसब सुफ़रा-ए-भी शरीक थे। इस मौक़े पर मिसिज़ राय ने कहा कि ये तसव्वुर कि इस क़दर तवील वक़्त उन्होंने यहां गुज़ार दिया है। उन्होंने ये बात यू ऐस डिपार्टमेंट में अपने हम मंसबूबों से ख़िताब करते हुए कही।
उन्होंने मज़ीद कहा कि मुझे अज़ीम तवक़्क़ुआत और इतमीनान हासिल है कि में मुझे इस दौरान ना सिर्फ़ बहुत सारी बातें सीखने का मौक़ा मिला बल्कि दोनों ममालिक के दरमियान दोस्ताना ताल्लुक़ात क़ायम करने और दीगर ममालिक के साथ ताल्लुक़ात क़ायम करने का मौक़ा मयस्सर हुआ।
इस मौक़े पर यू ऐस सैक्रेटरी आफ़ स्टेट जान कैरी ने भी निरूपमा राय के नाम पैग़ाम भेजा जिसे इस मौक़े पर हाज़िरीन के सामने पढ़ा गया। उन्होंने अपने पैग़ाम में दोनों ममालिक के दरमियान ताल्लुक़ात के फ़रोग़ और इस्तिहकाम में मिसिज़ निरूपमा राय के रोल की सताइश की और इस यक़ीन-ओ-एतिमाद का इज़हार किया कि वो मुस्तक़बिल में भी दोनों ममालिक के दरमियान बेहतर ताल्लुक़ात के लिए काम करती रहेंगी।
दोस्त अहबाब की मौजूदगी में उस मौक़े पर उन्हें एज़ाज़ भी अता किए गए। मिसिज़ निरूपमा राय इन सिफ़ारत कारों में से एक हैं जिन के माईक्रो ब्लॉगिंग साईट पर एक लाख 90हज़ार हामी मौजूद हैं।तहनीती तक़रीब के मौक़े पर उन्हें एक बेतकान और ना थकने वाली चैंपियन क़रार दिया गया।