मर्कज़ी वज़ीर-ओ-सदर नेशनल कान्फ्रेंस फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने कहा कि अगर हिन्दुस्तान फ़िर्क़ापरस्त बन जाये तो ये रियासत (जम्मू-ओ-कश्मीर) केलिए एक सानिहा होगा। अपना वोट इस्तेमाल करने के बाद उन्होंने कहा कि उनके साबिक़ तबसरों पर तनाज़ा खड़ा हुआ था । उन्होंने कहा कि वो जो कुछ भी कह चुके हैं तहा दिल से कह चुके हैं।
उन्होंने वोट हासिल करने केलिए कुछ नहीं कहा। सच्चाई अवाम के सामने रखी है। अवाम ख़ुद देख लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी इंतेख़ाबात के बाद वज़ीर-ए-आज़म बन जाएं तो रियासत केलिए एक सानिहा होगा। उन्होंने लफ़्ज़ फ़िर्कापरस्ती की वज़ाहत करने से इनकार कर दिया।
मोदी और फ़ारूक़-ओ-उमर अब्दुल्लाह सख़्त ज़बानी तकरार में मुलव्विस रह चुके हैं। फ़ारूक़ और उमर अब्दुल्लाह ने नरेंद्र मोदी पर इल्ज़ाम आइद किया कि अगर वो वज़ीर-ए-आज़म बन जाएं तो सेकुलरिज्म पर कारी ज़रब लगेगी। जब कि नरेंद्र मोदी इल्ज़ाम आइद करचुके हैं कि कश्मीर पंडितों का रियासत से इख़राज सेकुलरिज्म पर ज़बरदस्त हमला था।
इस पर फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने जवाबी वार करते हुए कहा कि कश्मीरी पंडितों का इख़राज जगमोहन के दौर-ए-हकूमत में हुआ था जो बी जे पी के आदमी थे। नेशनल कान्फ्रेंस के दौर-ए-हकूमत में इख़राज का वाक़िया पेश नहीं आया।