साल 2014 के लिए अमन के नोबल इनाम का ऐलान कर दिया गया है और ये इनाम हिन्दुस्तान के समाजी जहद कार कैलाश सत्य रथी और पाकिस्तान की मलाला यूसुफ़ ज़ई के नाम आया है।
ये दोनों इस साल नोबल अमन इनाम के मुशतर्का हक़दार क़रार दिए गए हैं। 60 साला कैलाश सत्य रथी हिन्दुस्तान में एक गैर सरकारी तंज़ीम चलाते हैं जो बच्चों के हुक़ूक़ के लिए जद्द-ओ-जहद करती है।
ये तंज़ीम बच्चा मज़दूरी और उनकी स्मगलिंग के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद में सब से आगे है । मलाला यूसुफ़ ज़ई 17 साला पाकिस्तानी लड़की है जो उस वक़्त सुर्खियों में आगई थी जब ये इद्दिआ किया गया था कि तालिबान ने उसे लड़कियों की तालीम की वकालत करने पर गोली मारी थी।
नोबल इनाम से मुताल्लिक़ कमेटी ने एक बयान में कहा कि कमेटी ने फैसला किया है कि नोबल अमन इनाम बराए साल 2014 हिन्दुस्तान के कैलाश सत्य रथी और पाकिस्तान की मलाला यूसुफ़ ज़ई को दिया जाये जिन्होंने बच्चों और नौजवानों के हुक़ूक़ के लिए जद्द-ओ-जहद की थी और बच्चों की तालीम के हक़ में मुहिम चलाई है।
सत्य रथी बचपन बचा आंदोलन नामी तंज़ीम चलाते हैं और वो कई मर्तबा पुरअमन एहतेजाज की क़ियादत करचुके हैं। बच्चों के हुक़ूक़ के लिए उन की तंज़ीम बेतकान जद्द-ओ-जहद करती है। मलाला का नाम गुज़शता साल भी अमन के नोबल इनाम के लिए पेश किया गया था ताहम उसे नोबल का अमन इनाम साल 2014 के लिए दिया गया है|