हिन्दुस्तान को पुर‌ कशिश शराइत पर तेल के कनोवा की ईरानी पेशकश

नई दिल्ली 28 मई ( पी टी आई ) ईरान से तेल की ख़रीदारी में हिन्दुस्तान की तरफ‌ से नुमायां कमी पर मुज़्तरिब ईरान ने आज हिन्दुस्तान को पुरकशिश शराइत पर समुंद्र के रास्ते ग़ियास पाइपलाइन की हिन्दुस्तान तक तंसीब की पेशकश की है ताकि पाकिस्तान को नज़रअंदाज किया जा सके ।

इस से हिन्दुस्तान की तेल की दरआमदात में इज़ाफे का इमकान है ।ईरान का एक आली सतही वफ़द जिसकी क़ियादत ईरान के वज़ीर तेल रुस्तम क़ासिमी कररहे हैं ताकि हकूमत-ए-हिन्द को तरग़ीब दी जा सके कि वो तेल की ख़रीदारी में इज़ाफ़ा करें जिस में 2012-13 के दौरान एक करोड़ 3लाख टन कमी की गई है ।

पिछ्ले साल एक करोड़ 80 लाख टन कमी की गई थी । जारीया साल दरआमदात में मज़ीद कमी का इमकान है क्योंकि मंगलोर रीफ़ाइनरी-ओ-पटरो कमीकल लिमेटेड जिस ने 2012-13 में 39 लाख टन ईरानी तेल ख़रीदा था जारीया माल साल में अब तक इस ने ईरानी तेल दरआमद नहीं किया है ।

क़ासिमी ने हिन्दुस्तान को अपना भाई और अज़ीम पड़ोसी क़रार देते हुए कहा कि हिन्दुस्तानी ओहदेदारों के साथ इनका इजलास समर आवर साबित हुआ है । दोनों ममालिक के दरमियान अज़ीम तारीख़ी ताल्लुक़ात हैं । उन्होंने वज़ीर तेल ऐम वीरप्पा मोईली से ढाई घंटे तवील मुलाक़ात के बाद एक प्रेस कान्फ़्रैंस में अपने तास्सुरात ज़ाहिर करते हुए तबादला-ए-ख़्याल की तफ़सीलात का इन्किशाफ़ करने से इनकार किया ।कहा कि बाअज़ मसाइल और मुश्किलात दरपेश हैं जिनकी यकसूई ज़रूरी है ।

वो ईरान से दरआमद और ईरान में सरमायाकारी पर मग़रिबी ममालिक की तहदीदात का दर पर्दा हवाला दे रहे थे ।ज़राए ने कहा कि ईरान ,ईरान ।पाकिस्तान। हिन्दुस्तान ग़ियास पाइपलाइन का रास्ता तबदील करते हुए उसे ज़ेर समुंद्र पाइपलाइन के ज़रीये पाकिस्तान को मुकम्मल तौर पर नज़रअंदाज करते हुए ईरान से हिन्दुस्तान ग़ियास मुंतक़िल करने का इंतिज़ाम करसकता है ।

हिन्दुस्तान ने पाइपलाइन प्रोग्राम में इसके तहफ़्फ़ुज़ के बारे में अंदेशों और पाकिस्तान को इसी के ज़रीये ग़ियास की सरबराही पर अंदेशों की वजह से इस में शिरकत से इनकार कर दिया था । ईरान ने मुतबादिल तरीक़े के तौर पर स्याल शक्ल में ग़ियास बहरी जहाज़ों के ज़रीया रवाना करने की पेशकश की थी ।लेकिन इंशोरंस के मसाइल की वजह से इस तजवीज़ पर अमल नहीं हो सका।