यू पी ए हुकूमत के ख़िलाफ़ करप्शन और बे क़ाईदगियों के इल्ज़ामात के पस-ए-मंज़र में मर्कज़ी वज़ीर क़ाबिल तजदीद तवानाई फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने आज कहा कि मुलक के ताल्लुक़ से ये तास्सुर कि यहां बदउनवानी इंतिहाई उरूज पर है, दुरुस्त नहीं।
इक्फाई बिज़नस स्कूल (IBS) के एंटर परीनर शिप वीक के इख़ततामी सुशन से ख़िताब करते हुए फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने कहा कि आज ये तास्सुर देने की कोशिश की जा रही है कि हिंदुस्तान सारी दुनिया में सब से ज़्यादा बद उनवान मुलक है, उन्हों ने कहा कि ये हक़ीक़त नहीं है।
इस तरह की ग़लत फ़हमियों को दूर करने की ज़रूरत है। मुलक के मुस्तक़बिल के तलबा की सताइश करते हुए उन्हों ने सख़्त मेहनत और अपनी पेशावराना ज़िंदगी में महारत के ज़रीये मुलक में नई तबदीलीयां और ख़ुशीयां लाने का मश्वरा दिया।
मर्कज़ी हुकूमत के सोलार मिशन का ज़िक्र करते हुए उन्हों ने कहा कि इस का मक़सद शमसी तवानाई के शोबे में हिन्दुस्तान को आलमी सतह पर नुमायां मुक़ाम दिलाना है।
इस ज़िमन में पालिसी और दुसरे उमोर को बहुत जल्द क़तईयत दी जाएगी, ये मिशन तीन मराहिल पर मुश्तमिल होगा और 2012१3 में पहला मरहेला पूरा किया जाएगा माबके चार साल यानी बारहवीं मंसूबे में दूसरा मरहेला और तेरहवीं मंसूबे में तीसरा मरहेला होगा, इस के ज़रीया 2022 तक 20 हज़ार मैगावाट शमसी तवानाई हासिल करने का निशाना मुक़र्रर किया गया है।
उन्हों ने कहा कि पानी को गर्म करने और कमरों को ठंडा रखने के लिए बहुत ज़्यादा मसारिफ़ आइद होते हैं चुनांचे कोशिश ये की जा रही है कि कमरों को ठंडा रखने के लिए सोलार सिस्टम से इस्तिफ़ादा किया जाये।
आलमी सतह पर दर्जा हरारत में इज़ाफ़ा और मुख़्तलिफ़ मसाइल जैसे बर्फ़ के पिघलने से लाहक़ ख़तरात का ज़िक्र करते हुए उन्हों ने कहा कि मुस्तक़बिल की नसलों को मनफ़ी असरात से बचाने के लिए इस रुजहान को बदलने की ज़रूरत है।
फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने तलबा को दौलत के पीछे ना भागने का मश्वरा दिया और कहा कि इक़दार पर मबनी ज़िंदगी कामयाब-ओ-कामरान होती है।