बातचीत से पहले दहशतगर्दी बंद करना ज़रूरी , वज़ीर-ए-ख़ारिजा सुषमा स्वराज का बयान
वज़ीर-ए-ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी, वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान नवाज़ शरीफ़ से वाज़िह अलफ़ाज़ में कह चुके हैं कि दोनों ममालिक की बातचीत से पहले हिन्दुस्तान के ख़िलाफ़ दहशतगर्दी का ख़ातमा होना चाहिए। उन्होंने पुरज़ोर अंदाज़ में कहा कि हिन्दुस्तान दोनों ममालिक के बेहतर ताल्लुक़ात का ख़ाहां है और ये ताल्लुक़ात मोस्सर और कामयाब अंदाज़ में एसे सूरत में बेहतर बनाए जा सकते हैं जब हिन्दुस्तान के ख़िलाफ़ दहशतगर्दी बंद करदी जाये।
वो अपनी विज़ारत का जायज़ा लेने के बाद उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान, पाकिस्तान से ख़ाहिश करचुका है कि 26 नवंबर के दहशतगर्द हमले के मुक़द्दमे की समाअत आजलाना बुनियादों पर की जाये। उन्होंने कहा कि कल मोदी ने सार्क क़ाइदीन के साथ भी तबादला-ए-ख़्याल किया जो तक़रीब हलफ़ बर्दारी में शिरकत के लिए हिम्न्दुस्तान के दौरे पर आए हुए थे।
उन्होंने कहा कि सार्क उस वक़्त तक दुनिया में अपनी शनाख़्त क़ायम नहीं करसकता जब तक कि बाहमी मसाइल की यकसूई ना होजाए। उन्होंने कहा कि सार्क एक मज़बूत ताक़त बन कर उभर सकता है। बशर्तिके क़ाइदीन बाहमी मसाइल की यकसूई करलीं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि श्रीलंका के सदर महिंदा राजा पकसा के साथ बातचीत में नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तानी माही ग़ैरों के मसले को भी उठा चुके हैं।
मुल्क की तमिल बिरादरी की आरज़ूओं और उमनगों से भी सदर श्रीलंका को वाक़िफ़ करवा चुके हैं। अमरीका के साथ नई हुकूमत के रवैय्ये के बारे में सवाल का जवाब देते हुए सुषमा स्वराज ने कोई वज़ाहत नहीं की बल्कि सिर्फ़ इतना कहा कि नरेंद्र मोदी और सदर अमरीका बारक ओबामा की टेलीफ़ोन पर बातचीत होचुकी है।
उन्होंने कहा कि वो वज़ीर-ए-ख़ारिजा जान कैरी से तबादला-ए-ख़्याल करेंगी जिन्होंने कल उन से बात करने की ख़ाहिश ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि जापान के साथ हमारे मज़बूत तिजारती ताल्लुक़ात हैं और अमरीका के साथ ताल्लुक़ात की अलैहदा एहमियत है। दोनों का तक़ाबुल नहीं किया जा सकता।
पड़ोसी ममालिक से ताल्लुक़ात के बारे में उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान तमाम पड़ोसी ममालिक खासतौर पर पाकिस्तान के साथ बेहतर ताल्लुक़ात क़ायम करना चाहता है। बाहमी मुज़ाकरात के अहया से क़बल पाकिस्तान की सरज़मीन से हिंद मुख़ालिफ़ सरगर्मीयां बंद करने पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि दहशतगर्दी को हिंद – पाक मुज़ाकरात पर असरअंदाज़ नहीं होना चाहिए।