हिन्दुस्तान यौरा नियम की दरआमद के लिए मज़ीद ममालिक की तलाश में

उज़बेकिस्तान से 2 हज़ार टन यौरा नियम की ख़रीदारी का मंसूबा,दीगर ममालिक से भी बातचीत जारी
तवक़्क़ो है कि यौरा नियम की ज़रूरत में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा इस लिए हिन्दुस्तान ऐसे मज़ीद ममालिक की तलाश में मसरूफ़ होगया है जिनका ताल्लुक़ वस्त एशीया और अफ़्रीक़ा से हो और जहां से वो अपने न्यूक्लियर प्लांटस के लिए ईंधन हासिल कर सकता हो। आइन्दा बरसों में हिन्दुस्तान के न्यूक्लियर प्लांटस की तादाद में इज़ाफे का क़वी इमकान है।

इस कोशिश के एक जुज़ के तौर पर महिकमा ऐटमी तवानाई का एक वफ़द उज़बेकिस्तान का दौरा कर चुका है ताकि यौरा नियम की ख़रीदारी के इमकान का पता चलाया जा सके। ज़राए के बमूजब यौरा नियम की ख़रीदारी के लिए मुस्तक़बिल क़रीब में एक मुआहिदे की तकमील मुम्किन है। हिन्दुस्तान 2014 तक उज़बेकिस्तान से 2000 टन यौरा नियम दरआमद करना चाहता है। उज़बेकिस्तान के पास मुस्लिमा तौर पर 1,85,800 टन यौरा नियम के ज़ख़ाइर हैं।

महिकमा ऐटमी तवानाई की टीम का दौरा उस पस-ए-मंज़र में एहमीयत रखता है कि वज़ीर-ए-ख़ारजा सलमान ख़ुरशीद और वज़ीर-ए-ख़ारजा उज़बेकिस्तान अबदुलअज़ीज़ कमेलोफ़ गुज़िश‌ता माह ताशकंद में शंघाई तआवुन तंज़ीम की चोटी कान्फ्रेंस के मौक़े पर अलैहदा तौर पर बाहम बातचीत कर चुके हैं। जिस के दौरान हिन्दुस्तान को यौरा नियम की दरआमद के मसले पर भी तबादला-ए-ख़्याल किया गया था।

हिन्दुस्तान पहले ही वस्त एशीया के दो और ममालिक काज़कसतान और मंगोलिया से यौरा नियम की दरआमद के मुआहिदे करचुका है। इन दोनों ममालिक के अलावा किर्गिस्तान भी यौरा नियम के ज़ख़ाइर की दौलत से मालामाल है। एक सीनीयर ओहदेदार ने कहा कि हम सिर्फ़ वस्त एशीया पर तवज्जु नहीं कररहे हैं ताहम ये इलाक़ा मुस्लिमा तौर पर यौरा नियम के ज़ख़ाइर रखता है लेकिन हम जहां से भी मुम्किन होसके यौरा नियम ख़रीदने के लिए तैयार हैं।

इस ने कहा कि नायजीर और नामीबिया से भी यौरा नियम दरआमद करने के इमकानात पर ग़ौर किया जा रहा है। इन दोनों ममालिक में भी यौरा नियम की कसीर मिक़दार मौजूद है। हिन्दुस्तान 2009 में नामीबिया के साथ भी सियोल न्यूक्लियर तआवुन मुआहिदा करचुका है।