हिन्दुस्तान से लापता इंजीनियर तीन साल बाद पाकिस्तान की जेल में मिला।

इस्लामाबाद/नई दिल्ली: नौकरी और पैसे की चाहत इंसान को कहाँ ले जाये कुछ कहा नहीं जा सकता, ऐसा ही एक वाक्या हुआ मुंबई में रहने वाले हामिद नेहाल अंसारी के साथ जिसने अच्छी और अपनी पसंद की नौकरी करने के लिए देश छोड़ काबुल(अफगानिस्तान) जाने का फैसला लिया लेकिन शायद हामिद को पता नहीं था की वह किस मुसीबत में फंसने जा रहा है।

इस बात का खुलासा किया है हामिद के माँ बाप ने जो मुंबई के रहने वाले हैं। हामिद की अम्मी ने बताया की हमीद जो अपने काम में बहुत होशियार था लेकिन अपने काम से ज़्यादा खुश नहीं था ने काबुल में हवाई अड्डे पर मैनेजर की नौकरी करने का फैसला लिया। हमीद के कुछ दोस्त पहले से ही अफगानिस्तान में नौकरी कर रहे थे इसी सहारे से वह भी काबुल चला गया। हामिद के जाने के करीबन 10 दिन तक तो उसकी बात अपने माँ बाप से होती रही लेकिन उसके बाद उनके बीच बातचीत बंद हो गयी।

हामिद के नंबर भी बंद आने लगे और किसी दोस्त से भी उसका कोई अता पता नहीं मिला जिसके बाद उन्होंने अफगानिस्तान एम्बेसी से संपर्क कर हामिद का पता लगाने के लिए कहा। अफगानिस्तान एम्बेसी की छानबीन से पता चला कि हामिद वहां किसी कबीले की लड़की की मदद करने की कोशिश कर रहा था जिसे पाकिस्तान में बुरी तरह से रखा गया था।

अफगानिस्तान एम्बेसी ने कहा कि वह इस मामले में उनकी कोई मदद नहीं कर सकते जिसके बाद उन्होंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगायी जिसकी कोशिशों से ही आज उन्हें पता चला है कि उनका बेटा ज़िंदा है और पाकिस्तान की जेल में बंद है। सरकार की मदद से ही आज पाकिस्तान सरकार ने उनके बेटे पर दर्ज किए केस ख़ारिज कर दिए हैं लेकिन फिर भी अभी उनके बेटे के खिलाफ मिलिट्री कोर्ट में मुकदमा चल रहा है जिसके खारिज होने की भी जल्द ही उम्मीद है।