बंगला देश और हिन्दुस्तान के दरमियान अराज़ी की हद मुक़र्रर करने का कोई मसला मौजूद नहीं है। तमाम ज़ेर अलतवा मसाइल की यकसूई की जा चुकी है। महिकमा लैंड रिकॉर्ड्स के आला सतही ऐगज़ीक्यूटिव बराए बंगला देश ने आज कहा कि 82 वीं हिन्द। बंगला देश मुशतर्का सरहदी चोटी कान्फ्रेंस का आग़ाज़ मुख़्तलिफ़ तनाज़आत की यकसूई के लिए जुमेरात के दिन सरहद पर हुआ था जो दोनों ममालिक की मुशतर्का सरहद पर मुनाक़िद की गई थी।
एक मुशतर्का प्रेस कान्फ्रेंस में डाइरेक्टर जनरल बंगला देश अब्दुलमनान और डाइरेक्टर सर्वे आफ़ इंडिया इस्ट ज़ोन ने कहा कि तीन रोज़ा सरहदी चोटी कान्फ़्रैंस में हिन्दुस्तान की तरफ से 6 अरकान ने एन आर बिस्वाल की ज़ेर क़ियादत और बंगला देश की जानिब से 6 अरकान ने अब्दुलमनान की ज़ेर क़ियादत शिरकत की थी। सितंबर 2011में वज़ीर-ए-आज़म ने बंगला देश में अपने वफ़द की क़ियादत की थी जब कि हिन्दुस्तान और बंगला देश के वुज़राए ख़ारिजा एस एम कृष्णा और दीपू मोनी थे, दोनों ने दोनों ममालिक के सरहदी तनाज़आत के सिलसिले में एक याददाश्त मुफ़ाहमत पर दस्तख़त किये थे।