हिमाचल प्रदेश: शिक्षा संस्थाओं में नहीं मिलेगी धार्मिक बैठकों की अनुमति

हिमाचल प्रदेश के मुख्यामंत्री वीरभद्र सिंह ने आज कहा की ” राज्य में सरकारी संस्थानों में धार्मिक बैठकों की नहीं दी जाएगी|”

मुख्यामंत्री का यह बयान उनके ग्रहनगर रामपुर में कुछ संस्थानों के सदस्यों द्वारा एक स्कूल में हो रहे ईसाई समुदाय की बैठक के विरोध बाद, इलाके में तनाव बढ़ने के एक दिन बाद आया है|

सिंह ने रामपुर के जोरी इलाके में लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा की “कल हुई तोड़फोड़ में शामिकल लोगो के खिलाफ कठोर करवाई करी जाएगी| अब से किसी भी सरकारी शिक्षा संस्थान में कोई भी धार्मिक कार्यकर्म करने की अनुमति नहीं होगी|”

उन्होंने कहा की ऐसी घटनाएँ राज्य के हिट में नहीं है और सांप्रदायिक दंगो से हमे बचने की ज़रुरत है|

मुख्यामंत्री ने कहा की धर्म बदलने की प्रक्रिया में ” लालच और पैसे देने के कार्य को समाप्त करने की जरूरत है” और हर किसी को तय सरकारी प्रक्रिया के अनुसार ही अपना धर्म बदलना चाहिए| “हिमाचल प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जो धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून लाया है और इसे सकती के साथ कार्यान्वित किया जायेगा|”

कल हुए इस कार्यक्रम में एक अमेरिकी पादरी भी मौजूद थे| कार्यक्रम के आयोजकों ने अपना पक्ष रखते हुए बताया की उन्होंने दो दिन के कार्यक्रम की अनुमति ली थी और उन्होंने इस आरोप से भी इंकार किया की वह हिन्दुओ के धर्म परिवर्तन के कार्य में शामिल है|