नई दिल्ली । 2 अप्रैल (पी टी आई) रियास्ती लोक आयवकत बल पर की जाने वाली तन्क़ीदों से बौखलाहट का शिकार हिमाचल प्रदेश हुकूमत ने आज टीम अना के रुकन अरविंद कजरीवाल से मुलाक़ात के प्रोग्राम को मंसूख़ करदिया, जिन्हों ने बी जे पी पर तक़नीदी हमला करते हुए कहा था कि लोक आयवकत बिल मुआमला पर बी जे पी और कांग्रेस एक थाली के चिट्टे बट्टे नज़र आते हैं। क़जऱ् युल ने हिमाचल प्रदेश के लोक आयवकत बल को इंतिहाई कमज़ोर और ग़ीरमॶसर क़रार दिया और ये इस्तिफ़सार भी किया कि बी जे पी ख़ुद अपनी पार्टी वाली हुक्मराँ रियासत उत्तराखंड में मंज़ूर होने वाले इस मुस्तहकम बल से दस्तबरदार होना चाहती है। उन्हों ने एक बार फिर अपनी बात दुहराते हुए कहा कि बिल इंतिहाई कमज़ोर है जिस के ज़रीया बद उनवान अफ़राद को गै़रक़ानूनी तहफ़्फ़ुज़ के हुसूल को आसान बनाया जा रहा है हालाँकि इस का मक़सद बद उनवान अफ़राद को सज़ाएं देना है। उत्तराखंड की मिसाल सामने रखते हुए हिमाचल प्रदेश हुकूमत को भी इस की तक़लीद करनी चाहीए थी लेकिन ऐसा नहीं होसका जो बद बख्ता ना है। क्या इस का मतलब ये नहीं हुआ कि बी जे पी ख़ुद अपने उत्तराखंड बल से ग़ैर वाबस्तगी का इज़हार कररही है? और इस का मतलब ये भी हुआ कि मर्कज़ी बल के कुछ मुतनाज़ा नकात पर बी जे पी और कांग्रेस की राय एक ही है। याद रहे कि हिमाचल प्रदेश हुकूमत ने आज सुबह मुनाक़िद शुदणी एक तक़रीब को मंसूख़ करदिया था ताकि लोक आयवकत बल की नक़ूल पार्टी अरकान में तक़सीम की जा सके। इस के रद्द-ए-अमल के तौर पर कजरीवाल ने ये ब्यान दिया। टीम अना के एक रुकन ने इद्दिआ किया कि मिस्टर कजरीवाल को तक़रीब की मंसूख़ी के बारे में आज सुबह ही इत्तिला दी गई। कजरीवाल का कहना हीका तक़रीब की मंसूख़ी केलिए कोई ठोस वजह नहीं बताई गई।