अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा (विदेश मंत्री) हिलारी क्लिन्टन 20 मई से अफ़्ग़ानिस्तान के मुस्तक़बिल के हवाले से शुरू होने वाली 2 रोज़ा सरबराही कान्फ़्रैंस के बाद पाकिस्तान का दौरा करेंगी। हिलारी ने पाकिस्तान के दौरे का फ़ैसला पाकिस्तान की जानिब से नाटो स्पलाई लाईन बहाल करने के बारे में मुसबत इशारे के बाद किया है।
ज़राए के मुताबिक़ अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा (विदेश मंत्री) मई के आख़िर में पाकिस्तान का दौरा करेंगी, इस दौरे के दौरान वो सदर (राष्ट्रपती) आसिफ़ अली ज़रदारी, वज़ीर-ए-आज़म (प्रधान मंत्री) सय्यद यूसुफ़ रज़ा गिलानी और मुल्क की अस्करी क़ियादत से भी मुलाक़ातें करेंगी। ज़राए ने बताया कि हिलारी अपने दौरा-ए-पाकिस्तान के दौरान अमरीका की जानिब से पाकिस्तान को इत्तिहादी सपोर्ट फ़ंड के तहत रोकी हुई इमदाद (मदद) को दुबारा बहाल करने का ऐलान कर सकती हैं, जिस के बाद पीपुल्ज़ पार्टी की हुकूमत को आइन्दा बजट बनाने में आसानी होगी।
ज़राए ने बताया कि पाकिस्तान अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा (विदेश मंत्री) के दौरा को इंतिहाई(बहुत ज्यादा) एहमीयत दे रहा है।