एक अख़बारी रिपोर्ट के मुताबिक़ अस्करियत पसंद तंज़ीम हिज़्बुल्लाह के मुसल्लह शोबा ने इन दो अफ़राद को 5 हज़ार यूरो की रक़म मुहय्या की थी जो बुलग़ारिया में गुजिश्ता साल 5 इसराईली सय्याहों को हलाक करने के लिए बम हमला करना चाहते थे।
24 आवर्स डेली ने कहा है कि तक़रीबन एक लाख अमेरिकी डालर पर मुश्तमिल ये रक़म बहर-ए-असवद पर वाक़्ये गरगास एयरपोर्ट के क़रीब 18 जुलाई 2012-ए-को धमाका करने के लिए मुहय्या की गई थी जिस का मक़सद दीगर ममालिक में भी बेचैनी पैदा करना था। सय्याहों की बस पर किए गए इस बम हमला में बुलग़ारिया का एक ड्राईवर भी हलाक होगया था जो मुस्लिम था।
इस के अलावा 35 अफ़राद ज़ख़मी होगए थे। 2004ए- के बाद किसी बैरूनी मुल्क में ईसराईलियों पर ये इंतिहाई हलाकत ख़ेज़ हमला था जिस के फ़ौरी बाद इसराईल ने इस हमला के लिए हिज़्बुल्लाह को मौरिद इल्ज़ाम ठहराया था
बुलग़ारिया में इस साल फ़बरोरी में तकमील शूदा अपनी तहक़ीक़ात के बाद इसराईल के इल्ज़ाम से इत्तिफ़ाक़ करलिया है जिस के नतीजा में लुबनान की शीया तंज़ीम हिज़्बुल्लाह को बलॉक लिस्ट में शामिल करने से मुताल्लिक़ योरोपी यूनीयन के फ़ैसले को मज़ीद तक़वियत मिल गई है।
इस धमाका के बाद ख़ुदकश बमबार हलाक होगया था जिस की पहचान नहीं होसकी लेकिन बुलग़ारिया ने इस हफ़्ता दो मुश्तबा हमला आवरों की पह्चान करते हुए कहा कि 32 साला मालयाद फ़र्ज के पास ऑस्ट्रेलिया का पासपोर्ट था जबकि 25 साला हसन उल-हज्ज हुस्न कनेडा का शहरी था। ये दोनों लेबनान में पैदा हुए थे।