हीरा व्यापारी के कत्ल की ऐसे रची गई थी साजिश, श्‍ाूटर्स और मॉडल को दि‍ए गए थे लाखों

मुंबई :हीरा कारोबारी राजेश्वर उदानी की मर्डर केस में नई नई बातें निकलकर सामने आ रही है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में पूर्व में बीजेपी से जुड़े एक राजनेता और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक राजनीतिज्ञ सचिन पवार कथित तौर पर मृतक का करीबी परिचित था। वह पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़ा हुआ था।

वहीं खबरों की मानें तो इस मामले में दिनेश पवार नाम के कॉन्सटेबल की भी गिरफ्तारी हुई है। उसके ऊपर रेप का आरोप है। फिलहाल वह सस्पेंड बताया जा रहा है। बता दें कि इसके पहले एक्ट्रेस देबोलिना भट्टाचार्य और एक प्रमुख मॉडल हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की है। हालांकि एक्ट्रेस भट्टाचार्य को पुलिस ने क्लीन चिट नहीं दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि सचिन पवार ने हीरा कारोबारी राजेश्‍वर की हत्‍या के लिए दो प्रोफेशनल शूटर्स और एक मॉडल को अपने साथ शामिल किया था।बताया जा रहा है कि इन सभी को पांच लाख रुपए भी दिए गए थे।

सचिन ने मॉडल से पहले तो कहा था कि वह सिर्फ मजाक के लिए एक वीडियो बना रहे। जिसमें उसे एक्‍टिंग करनी है। वीडियो में राजेश्‍वर का सिर्फ मजाक के तौर पर गला दबाया जाएगा। लेकिन इसी शूटिंग के दौरान मॉडल को ये अहसास हो गया कि ये मजाक नहीं है, लेकिन जब शूटिंग शुरू हुई तो उसने कहा, यह मजाक नहीं है, लेकिन इस बारे में किसी को कुछ मत बताना।

पुलिस का कहना है कि अब तक टीवी एक्ट्रेस देवोलिना से अभी पूछताछ जारी है। हालांकि अधिकारियों ने इस मामले में भट्टाचार्य की भूमिका के बारे में हालांकि कुछ नहीं बताया, लेकिन संकेत दिया कि मनोरंजन उद्योग की कुछ और महिलाओं को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

उदानी (57) अपने कार्यालय से 28 नवंबर को लापता हो गए थे। पुलिस ने गुमशुदगी का एक मामला दर्ज किया था और उनकी तलाश शुरू की थी। उनका मोबाइल नवी मुंबई के राबाले में होने का पता चला, और उसके बाद उसका सिग्नल गायब हो गया। लगभग एक सप्ताह बाद चार दिसंबर को पुलिस ने अपहरण का एक मामला दर्ज किया, क्योंकि उनका कोई पता नहीं लग पाया और परिवार को कुछ गड़बड़ होने का संदेह हुआ। उनके ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उदानी ने उसे पंत नगर मार्केट के पास छोड़ने के लिए कहा, जहां एक दूसरा वाहन आया और वह उसमें बैठ गए।

उदानी का बुरी तरह सड़ा हुआ शव पांच दिसंबर को पाया गया। शव पर किसी चोट का कोई निशान नहीं था, और न तो ऐसा कोई कागजात था, जिससे शव की पहचान की जा सके। उनके बेटे ने कपड़े और जूते से उनकी पहचान की।जांचकर्ताओं को संदेह है कि उदानी के अपहर्ताओं ने किसी दूसरे स्थान पर उनकी हत्या की होगी और उसके बाद शव पनवेल के जंगल में फेंक दिया होगा।

सचिन पवार महाराष्ट्र के एक मंत्री का सहायक रह चुका है। मंत्री ने शुक्रवार शाम इस बात को स्वीकार किया कि पवार 2004 से 2009 तक उनके साथ था, लेकिन जब उसने एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बीएमसी का चुनाव लड़ा, तब से उन्होंने उससे सारे संबंध तोड़ लिए थे और उसे भाजपा से निकाल दिया गया था। पुलिस दो दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है और उस वाहन की तलाश में है, जिसमें वह लापता होने की रात बैठे थे।

पुलिस जांच और काल डेटा रिकॉर्ड से पता चला है कि उदानी कुछ बारों में नियमित जाते थे और सचिन पवार के जरिए ग्लैमर व मनोरंजन उद्योग की महिलाओं सहित कई महिलाओं के संपर्क में थे।