बलिया (यू पी), 3 जनवरी: मुजव्वज़ा क़ानून इंसिदाद इस्मत रेज़ि को अपनी बेटी के नाम से मौसूम करने के लिए मर्कज़ से क़ानून में तरमीम लाने की अपील करते हुए दिल्ली गैंग रेप की शिकार तालिबा के वालिद ने आज कहा कि एसा इक़दाम उस लड़की के लिए एक एज़ाज़ और अवामी जज़बात का एहतिराम होगा।
में चाहता हूँ कि नज़रसानी शूदा क़ानून मेरी बेटी के नाम पर रखा जाये। ये इस के लिए एक एज़ाज़ रहेगा। अगर दस्तूरी गुंजाइशों के सबब एसा करने में कोई मसला हो तो मर्कज़ इन में तरमीम करसकता है।एसा करना अवामी एहसासात का एहतिराम भी होगा, इजतिमाई इस्मत रेज़ि की शिकार 23 साला तालिबा के वालिद ने पी टी आई को ये बात बताई।
उन्होंने कहा कि अगर मुख़ालिफ़ इस्मत रेज़ि क़ानून मेरी बेटी से मौसूम ना हो तो हमें दुख होगा। अपनी बेटी के लिए बरवक़्त इंसाफ़ का मुतालिबा करते हुए वालिद ने कहा कि वो दिल्ली पुलिस कार्रवाई से मुतमइन हैं। मतोफ़ीह के वालिद ने ये मुतालिबा भी किया कि उन के गाँव में उत्तरप्रदेश हुकूमत एक दवाख़ाना क़ायम करे और बयान किया कि इस पसमांदा गाँव में एसा करना उस की बेटी की ख़ाहिश थी।