हुकूमत इसराईल के साथ सिफ़ारती ताल्लुक़ात पर नज़र-ए-सानी करी

हैदराबाद२८ मार्च । ( रास्त ) फ़लस्तीन एक इंसानियत का मसला है । पूरी दुनिया केअवाम को मज़ाहिब-ओ-मसालिक से बालातर होकर फ़लस्तीन पर होने वाले मज़ालिम की मुज़म्मत करनी चाहिए । फ़लस्तीन की आज़ादी का हक़ीक़ी तसव्वुर ये हीका फ़लस्तीनीयों की मिल्कियत फ़लस्तीनीयों के हवाले की जाय । हमारे मुल्क में इसराईल की नुमाइंदगी करने वाली तंज़ीमें आर ऐस ऐस और वे एचपी है और हिंदूस्तानी बाशिंदे इस बात को अच्छी तरह समझ लें कि आर ऐस ऐस हिन्दू धर्म का सब से बड़ा दुश्मन है । उन्ही के साज़िशों का नतीजा है कि आज पुलिस स्टेशन और अदालतों के आला ओहदेदार मज़हब की बुनियाद पर अपना फ़ैसला और इक़दामात जारी करते हैं और मासूम मुस्लमानों को सालों तक क़ैद ख़ानों में बंद करदेते हैं । इसतरह अपनी साज़िशों से इंसाफ़ का गला घोंटते हैं। इन ख़्यालात का इज़हार मिस्टर अजीत साही ( साबिक़ा ऐडीटर तहलका) ने एस आई ओ की जानिब से एक मील मार्च इंदिरा पार्क में पेश किया ।

उन्हों ने कहा कि फ़लस्तीनी अवाम अपने ईमानी जज़बे की बदौलत मौत से बेपर्वा और इसराईली ज़ुलम से बेखौफ होकर ज़िंदगी गुज़ारते हैं। अजीत साही ने कहाकि इस जोश-ओ-जज़बा का ज़िक्र वो 30 मार्च को होने वाले यरूशलम के ग्लोबल मार्च के मौक़ा पर ज़रूर फ़लस्तीनी अवाम तक पहुंचाएंगे । इस प्रोग्राम का आग़ाज़ तिलावत क़ुरआन से हुआ । इस के बाद इफ़्तिताही कलिमात के तौर पर हामिद मुहम्मद ख़ां ने मीडीया के एकतरफा बरताव‌ की सख़्ती से मुज़म्मत की । अगर एक मासूम बच्चा किसी बोरवेल में फंस जाता है तो मीडीया 24 घंटे उस की नशर में सरगर्म रहता है लेकिन दूसरी तरफ़ ऐसे हज़ारों मासूमों की जान ली जाती है तो इस से लाताल्लुक़ी का इज़हार किया जाता है ।

मितो कृष्णन सहाफ़ी-ओ-समाजी कारकुन टामलनाडो शरीकरुकन यरूशलम ग्लोबल मार्च ने कहा कि मुझे आप के जज़बात ग़ज़ा की याद दिलाती है । आज हिंदूस्तान की हुकूमत को इसराईल के साथ अपने ताल्लुक़ात-ओ-मुआमलात पर नज़रसानी करनी चाहीए और पालिसीयों का इआदा होना चाहीए । जनाब इस्लाम उद्दीनमुजाहिद ने इसराईल के मज़ालिम की मुज़म्मत की। जलसा की सदारत जनाब डाक्टरख़ालिद मुबश्शिर अलज़फ़र साबिक़ा सदर ऐस आई ओ ने की और कहा कि इसराईल अपने नित नए पराजकटस के ज़रीया मस्जिद उकसा की बुनियादों को खोखला कररहा है और उन्हों ने अपने ख़दशात का इज़हार किया कि अगर हम ख़ामोश रहें तो ऐसा लगता है कि इसराईल अपने नापाक अज़ाइम के क़रीब पहुंचेगा ।

एंवं ने एस आई ओ फ्रेंड्स आफ़फ़लस्तीन को मुबारकबाद दी और कहा कि पूरी इंसानियत को यकजट होकर इसराईल की दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद करना चाहीए । बिरादर नज़ीर कन्वीनर ने फ्रेंड्सआफ़ फ़लस्तीन का तआरुफ़ पेश किया और एक मील मार्च का मक़सद यरूशलम ग्लोबल मार्च के शरीक अरकान से इज़हार-ए-यकजहती और इस मार्च से अपनी वाबस्तगी काइज़हार है । बिरादर अनस रिज़वी अनजीनर सदर ऐस आई ओ हैदराबाद ने क़रारदादें पेश करते हुए हकूमत-ए-हिन्द से मुतालिबा किया कि वो इसराईल पर दबाव‌ डालें कि अपनी ज़ुलम-ओ-बरबरीयत का नंगा नाच बंद करें और सिफ़ारती ताल्लुक़ात ख़तन करे । सामईन ने क़रारदादों को नारा-ए-तकबीर की गूंज में मंज़ूर किया।