हैदराबाद 13 अगस्त:तेलंगाना हुकूमत ने मुस्लिम रिजर्वेशन के मसले पर सुधीर कमीशन की रिपोर्ट पर क़ानूनी राय हासिल करने का फ़ैसला किया है जो ख़ुश आइंद है। इस से उमीद जागी है कि चीफ़ मिनिस्टर अपने वादे की तकमील की सिम्त पेशक़दमी करेंगे। मुसलमानों को वादे के मुताबिक़ रिजर्वेशन की फ़राहमी के सिलसिले में एक तरफ़ चीफ़ मिनिस्टर के इमतेहान का आग़ाज़ हो गया ताहम उन्होंने इमतेहानी पर्चा की जांच के लिए जिस मुम्तहिन का इंतेख़ाब किया है उनकी रिजर्वेशन के हक़ में राय से मुसलमानों में कई शुबहात पाए जाते हैं।
रिपोर्ट की पेशकशी के वक़्त ऐडवोकेट जनरल राम कृष्णा रेड्डी की मौजूदगी ने कई सवाल खड़े किए हैं। वाई इसराज शेखर रेड्डी दौर-ए-हुकूमत के तजुर्बात की बुनियाद पर हुकूमत बीसी कमीशन की फ़ौरी तशकील का फ़ैसला कर सकती है क्युं कि एक से ज़ाइद मर्तबा अदलिया ने वाज़िह कर दिया कि सिर्फ बीसी कमीशन को ही रिजर्वेशन की फ़राहमी की सिफ़ारिश का इख़तियार हासिल है। अब देखना ये है कि क़ानूनी राय के हुसूल का ये मरहला किस क़दर जल्द मुकम्मिल होपाए गा।
वाज़िह रहे कि मुसलमानों और दर्ज फ़हरिस्त क़बाईल से मुताल्लिक़ कमीशनों ने चीफ़ मिनिस्टर को अपनी रिपोर्ट पेश कर दी। इत्तेलाआत के मुताबिक़ चीफ़ मिनिस्टर ने दोनों रिपोर्टस का जायज़ा लेते हुए राम कृष्णा रेड्डी को अपनी तजावीज़ और क़ानूनी राय पेश करने की ज़िम्मेदारी दी है। वाज़िह रहे कि राम कृष्णा रेड्डी मुख़ालिफ़ रिजर्वेशन वकील की हैसियत से शौहरत रखते हैं और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में दो मर्तबा भी रिजर्वेशन के ख़िलाफ़ उनकी दरख़ास्त पर अदालत ने रिजर्वेशन को कुलअदम कर दिया था।
सुप्रीमकोर्ट में राम कृष्णा रेड्डी ने अपील दायर की जो अभी भी बरक़रार है।ऐडवोकेट जनरल जिन्हों ने साबिक़ में रिजर्वेशन की मुख़ालिफ़त करते हुए ये दलील पेश की थी कि बीसी कमीशन के बग़ैर रिजर्वेशन की फ़राहमी मुम्किन नहीं है और अदालत ने भी इस दलील को क़बूल किया था लेकिन दोनों कमीशनों की रिपोर्ट मिलने के बावजूद हुकूमत ने बीसी कमीशन की तशकील के बारे में कोई फ़ैसला नहीं किया है।
बताया जाता है कि कमीशन ने 9 अहम सिफ़ारिशात पेश की हैं जबकि दुसरे सिफ़ारिशात उमूमी नौईयत की हैं। कमीशन की अहम सिफ़ारिशात में रिजर्वेशन के अलावा एससी एसटी तबक़ात की तरह मुसलमानों के लिए भी सब प्लान और हर शोबे में यकसाँ मवाक़े की फ़राहमी जैसी सिफ़ारिशात शामिल हैं।