नई दिल्ली, 2 फ़बरोरी (पी टी आई) सी पी आई एम ने आज हुकूमत पर हमला किया कि जिन्सी तशद्दुद के ख़िलाफ़ जस्टिस वर्मा कमेटी सिफ़ारिशात से नाइंसाफ़ी की गई और कहा कि इस मुआमले पर आर्डीनैंस तमाम जमहूरी क़वाइद के मुग़ाइर है। इस आर्डीनैंस को तरीका-ए-कार के साथ साथ पुख़्तगी दोनों एतबार से नामंज़ूर करते हुए पार्टी ने कहा, जब पार्लीमैंट का तीन हफ़्तों में इजलास मुनाक़िद शुदणी है तो इस तरह का आर्डीनैंस जारी करना जमहूरी क़वाइद के मुग़ाइर है।
पार्टी ने कहा कि इस आर्डीनैंस ने वर्मा कमेटी की मुख़्तलिफ़ मसाइल पर सिफ़ारिशात मुस्तर्द करदिए हैं जैसे रेप को क़ानून में जिन्स से मख़सूस जुर्म बनाना, डयूटी से ग़फ़लत के मुर्तक़िब सरकारी मुलाज़मीन को सज़ा में इज़ाफ़ा करना, एसिड हमलों के मुतास्सिरीन के लिए मुआवज़ा की ज़मानत देना।
नीज़ दीगर तजावीज़ के ताल्लुक़ से भी मर्कज़ी हुकूमत ने निहायत इंतिख़ाबी पन का मुज़ाहरा किया है। सी पी आई एम पोलेट ब्यूरो ने एक बयान में कहा कि इस आर्डीनैंस ने लिहाज़ा वर्मा कमेटी रिपोर्ट से नाइंसाफ़ी की है।