आगरा (13 जनवरी):यूपी हुकूमत के लिए गए एक फैसले से मुस्लिमों को नाजरागी हो सकती है। सरकार ने यह कहा है कि दो या दो से अधिक बिवी वाले लोगों का उर्दू टीचर के पद पर भर्ती नहीं किया जाएगा।
जाहिर है कि अखिलेश हुकूमत ने उर्दू टीचरों की भर्ती के लिए एप्लीकेशन मंगवाए हैं। इसके तहत 3500 पदों पर भर्ती होनी है। अंग्रेजी अखबार के मुताबिक इसके लिए भेजे गए नोटिस में यह कहा गया है कि जिनकी दो बिवयां हैं और दोनों जिंदा हैं, उनकी भर्ती नहीं की जा सकेगी। यही नहीं ऐसा ही पैमाना ख्वातिनो के लिए भी जारी हुआ है। इसके लिए उन ख्वातिनो को इस पद पर भर्ती नहीं किया जा सकेगा जिन्होंने ऐसे मर्द से शादी की हो, जिसकी दो बिवीयां हों और दोनों हयात से हों।
हुकूमत का कहना है कि यह कानून विधवा पेंशन को लेकर किसी भी तरह का शक में न रहे, इसलिए बनाया गया है। जाहिर है कि यूपी हुकूमत के ऑडर में साफ किया गया है कि एप्लिकेंट को अपनी शादी शुदा जिंदगी के बारे में बताना होगा।
कई इमामों ने हुकूमत के इस फैसले पर मुखालफत किया है। एक सरकारी स्कूल में पढ़ाने की चाहत रखने वाले मुस्लिम शख्स का कहना है कि उनका मज़हब उन्हें चार शादियां करने की इजाजत देता है। इस कानून का मतलब मुस्लिमों को भर्ती से रोकने जैसा है।