हुकूमत की किफ़ायती इक़दामात ( पहल) मुहिम ( योजना) का आग़ाज़ ( शुरूआत)

गुज़शता 9 साल में बदतरीन मआशी (सबसे खराब आर्थिक स्थिती) मुज़ाहिरे का सामना करने वाली हुकूमत ने आज किफ़ायती इक़दामात ( पहल) की मुहिम ( योजना) का आग़ाज़ करते हुए चंद नए ओहदों की तख़लीक़ को ममनू (निषिद्व) क़रार दिया और फाईव स्टार होटल्स में इजलास (सभा) मुनाक़िद (आयोजित) करने पर भी इमतिना (प्रतिबंध/रोक) आइद कर दिया।

ओहदेदारों के ग़ैरमुल्की सफ़र पर भी तहदेदात आइद कर दी गईं। इसके इलावा नई गाड़ीयों की ख़रीदारी पर भी इम्तिना आइद किया जाएगा। मर्कज़ी वज़ीर फायनेंस ने एक फ़ैसला करते हुए तमाम वज़ारतों और महकमों को इस की इत्तिला दे दी। इन हिदायतों का मक़सद ग़ैर मंसूबा बंद अख़राजात में मौजूदा माली साल के दौरान 10 फ़ीसद तख़फ़ीफ़ ( कमी) करना है, जिसका ऐलान आज किया गया जबकि मुल़्क की शरह तरक़्क़ी में गुज़शता 9 साल की बनिस्बत सब से ज़्यादा यानी 6.5 फ़ीसद इन्हितात ( कमी) 2011 12 के दौरान रिकार्ड किया गया।

रुपये की क़दर डालर की बनिस्बत नई पस्ती यानी 56.51 तक पहुंच गई। हुकूमत के वसाइल (पर ज़बरदस्त दबाव है और अख़राजात पर कंट्रोल करना और दस्तयाब वसाइल से आज़म तरीन इस्तिफ़ादा करना ज़रूरी हो गया है ताकि बड़े पैमाने पर मआशी माहौल ( (जीविका संबंधी वातावरण )साज़गार बनाया जा सके।

दिलचस्प बात ये है कि इस बार इन इक़दामात में इकोनोमी क्लास 9 में सफ़र की कोई हिदायत शामिल नहीं है।