सड़क से पार्लियामेंट तक का ये बवाल हुकूमत की फिक्र को बढ़ा रहा है वजह ये कि हुकूमत लोकसभा में बिल पर बहस कराना चाहती है| सबसे बड़ी दिक्कत सीमांध्र के उन डेढ़ दर्जन MPs को लेकर है जिन्हें जुमेरात के रोज़ लोकसभा से मुअत्तल कर दिया गया था | पीर के रोज़ वज़ीर ए दाखिला शिंदे से हुई मुलाकात में बीजेपी ने साफ कर दिया कि वो तेलंगाना बिल की ताईद में तो है लेकिन MPs की मुअत्तली वापसी के साथ सीमांध्र के मसले का हल भी चाहती है |
बीजेपी लीडर लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि पार्टी का मानना है कि हम तेलंगाना की ताईद में है | लेकिन हमारा ये भी मानना है कि सीमांध्र के मसले को छोड़ देना ठीक नहीं है |
उधर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे जगन मोहन रेड्डी ने तेलंगाना मुद्दे पर सोनिया गांधी को आड़े हाथों लिया | जगन ने इल्ज़ाम लगाया कि राहुल गांधी को पीएम बनाने के मकसद से सोनिया ने आंध्र प्रदेश को तक्सीम करने का फैसला कर डाला |
वाईएसआर कांग्रेस चीफ जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि बिना विधानसभा की रज़ामंदी के कोई रियासत बनाने की कोशिश की गई हो | साफ है कि सीमांध्र की तमाम सियासी पार्टियों समेत बीजेपी ने भी हुकूमत को घेरने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी है ऐसे में तेलंगना बिल पर बहस हुकूमत सरकार के लिए कड़े इम्तेहान से कम नहीं होगी |