नई दिल्ली, २३ नवंबर (पीटीआई) पार्लीमेंट सरमाई सेशन का आज पहला दिन तूफ़ानी रहा और रीटेल शोबा में एफडी आई का मसला छाया रहा जिस की वजह से कार्रवाई बिलकुल नहीं चलाई जा सकी हालाँकि तृणमूल कांग्रेस की जानिब से तहरीक अदमे एतिमाद पेश करने की कोशिश मतलूबा अरकान की तादाद ना होने की वजह से नाकाम हो गई।
आज पहले दिन लोक सभा की कार्रवाई दो मर्तबा मुल्तवी की गई और जब 2 बजे दिन दुबारा कार्रवाई शुरू हुई तब भी हंगामा आराई को देखते हुए दिन भर के लिए कार्रवाई मुल्तवी कर दी गई। बी जे पी रीटेल शोबा में एफडी आई के मसला पर क़ायदा 184 के तहत मुबाहिस का मुतालिबा कर रही है।
इस क़ायदा के तहत राय दही ज़रूरी होती है। बाएं बाज़ू जमातों ने भी इसी क़ायदा के तहत मुबाहिस के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दी। समाजवादी पार्टी ने भी एफडी आई पर तहरीक अलतवा के लिए नोटिस पेश कर दी है और इस पर स्पीकर मेरा कुमार ने कहा था कि वो इस नोटिस पर ग़ौर कर रही हैं। आज सुबह जैसे ही दोनों ऐवान में कार्रवाई शुरू हुई, राज्य सभा में एफडी आई और एससी एसटी को तरक़्क़ी में तहफ़्फुज़ात के मसला पर हंगामा आराई शुरू हो गई।
लोक सभा में साबिक़ यू पी ए हलीफ़ तृणमूल कांग्रेस ने एफडी आई के मसला पर तहरीक ए अदम एतिमाद पेश करने की कोशिश की, लेकिन उसे नाकामी हुई। स्पीकर ने इस तहरीक को नामंज़ूर कर दिया क्योंकि दरकार 54 अरकान की ताईद इसे हासिल नहीं थी। ये तहरीक पहले लोक सभा में तृणमूल कांग्रेस पारलीमानी पार्टी लीडर सुदीप बन्धू उपाध्याय ने पेश की और बी जे डी ने इसकी ताईद की थी।
तृणमूल कांग्रेस के लोक सभा में सिर्फ़ 18 अरकान हैं और बी जे डी के 3 अरकान हैं। इस तरह तहरीक के लिए मतलूबा 54 अरकान की ताईद दस्तयाब ना हो सकी। इस तहरीक में कहा गया था कि मल्टी ब्रांड रीटेल शोबा में 51 फ़ीसद ग़ैरमुल्की रास्त सरमाया कारी की इजाज़त देने मर्कज़ी काबीना के फ़ैसला पर ऐवान को एतिमाद में लिया जाना चाहीए क्योंकि इस फ़ैसला से लाखों छोटे ताजरीन को नुक़्सान पहुंच सकता है।
स्पीकर ने तहरीक की ताईद करने वाले अरकान से अपनी नशिस्तों से खड़े होने की ख़ाहिश की। कांग्रेस बंच्स से शर्म शर्म के नारों के दौरान बी जे पी अरकान अपनी नशिस्तों से उठ खड़े हुए। उस वक़्त दोनों जमातों के अरकान में लफ़्ज़ी झड़प भी हुई। मीरा कुमार ने जब देखा कि इस तहरीक को ख़ातिरख्वाह ताईद हासिल नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसे नामंज़ूर किया जाता है। ऐवान की कार्रवाई शुरू होने से क़बल तृणमूल कांग्रेस अरकान ने पार्लीमेंट के बाहर धरना भी मुनज़्ज़म किया था। क़ाइद अप्पोज़ीशन सुषमा स्वराज ने रीटेल शोबा में एफडी आई पर इस क़ायदा के तहत मुबाहिस केलिए ज़ोर दिया जिस पर राय दही ज़रूरी होती है।
उन्होंने कहा कि हुकूमत ने उस वक़्त के वज़ीर फायनेंस परनब मुकर्जी की यक़ीन दहानी की तहक़ीर का मुज़ाहरा किया है। सुषमा स्वराज ने कहा कि इस मसला पर राय दही के ज़रीया ये ज़ाहिर होगा कि मुल्क ऐसी किसी कोशिश के ख़िलाफ़ है जिन से छोटे ताजरीन मुतास्सिर होते हों।
उन्होंने हुकूमत पर ऐवान को दिए गए तयक्कुन और फिर अपने मौक़िफ़ से बदल जाने का इल्ज़ाम आइद करते हुए कहा कि ये पार्लीमेंट की संगीन तौहीन है। लोक सभा में आज कार्रवाई 2 मर्तबा मुल्तवी की गई जबकि राज्य सभा में एक मर्तबा कार्रवाई मुल्तवी होने के बाद दुबारा उसे दिन भर के लिए मुल्तवी कर दिया गया।
समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के अरकान ने ऐवान-ए-ज़ेरीं में एहतिजाज किया जबकि बहुजन समाज पार्टी और तृणमूल कांग्रेस अरकान ने ऐवान-ए-बाला में एहतिजाज किया। ममता बनर्जी की पार्टी के अरकान ने हुकूमत के ख़िलाफ़ नारे लगाए और बदउनवान ( भ्रष्ट) हुकूमत को ख़त्म करो और एफडी आई पर फ़ैसला वापस लो के नारे लगाए।
बाएं बाज़ू अरकान ने भी एफडी आई मसला पर एहतिजाज किया। क़ब्लअज़ीं स्पीकर ने कहा कि उन्हें एफडी आई मसला पर समाजवादी पार्टी रुकन शैलेंद्र कुमार की तहरीक अलतवा की नोटिस मौसूल हुई है और वो इस पर ग़ौर कर रही है। बी एस पी अरकान उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव हुकूमत की बरतरफ़ी का मुतालिबा करते हुए ऐवान के वस्त तक पहुंच गए थे लेकिन स्पीकर ने उत्तर प्रदेश में ला ऐंड आर्डर की सूरत-ए-हाल पर बी एस पी की तहरीक अलतवा की नोटिस को नामंज़ूर कर दिया।
राज्य सभा में तृणमूल कांग्रेस और अना डी एम के ने एफडी आई मसला पर एहतिजाज किया और बी एस पी अरकान नारा बाज़ी करते हुए एससी एसटी को तरक़्क़ी के मुआमला में तहफ़्फुज़ात के मसला पर हंगामा आराई की। डिप्टी चेयरमैन पी जे कोरियन की मुतअद्दिद मर्तबा की गई अपीलों को नजरअंदाज़ कर दिया गया और बी एस पी अरकान मुसलसल नारे लगा रहे थे।
चुनांचे ऐवान की कार्रवाई दिन भर के लिए मुअत्तल कर दी गई। जैसे ही मायावती खड़ी हुईं उन के पार्टी रफ़क़ा भी बृजेश पाठक की क़ियादत में नारे लगाना शुरू कर दिया और वो तरक़्क़ी के मुआमला में एससी एसटी को रिज़र्वेशन के लिए बिल का मुतालिबा कर रहे थे। तृणमूल कांग्रेस के तक़रीबन 6 अरकान भी ऐवान के वस्त में पहुंच गए और एफडी आई मसला पर आवाज़ उठाई, लेकिन उन्होंने ख़ामोश एहतिजाज किया।
अना डी एम के अरकान ने एफडी आई मसला अपनी नशिस्तों से ही एहतिजाज किया और वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह-ओ-सदर अमेरीका बारक ओबामा के इस मसला पर यकसाँ मौक़िफ़ से मुताल्लिक़ तसावीर दिखाए। इस तस्वीर में बताया गया था कि ओबामा की मिल्कियत बिग बिरादर शाप में मनमोहन सिंह मुलाज़िम के तौर पर काम कर रहे हैं।