हुकूमत गुमराह नौजवानों को माफ करने को तैयार : सुशील कुमार शिंदे

मर्कज़ी वज़ीरे दाख्ला सुशील कुमार शिन्दे ने आज यहां कहा कि गुमराह नौजवानों को माफ करके मुल्क की मेन स्ट्रीम में शामिल करने के लिए हुकूमत तैयार है क्योंकि तशद्दुद या इंतेकाम से किसी मसला का कोई हल नहीं होता।

रांची यूनिवर्सिटी के 28वें दीक्षान्त तकरीब में आज यहां तालिबे इल्म को खिताब करते हुए शिन्दे ने कहा कि तशद्दुद किसी भी मसला का हल नहीं होती है। मसायलों का हल हमेशा बातचीत से और मिलजुलकर ही होता है।

उन्होंने नक्सल की तरफ इशारा करते हुए कहा, हमारे कुछ नौजवान ने गुमराह कुन नजरियात के असरात में तशद्दुद का रास्ता एख्तियार कर लिया लेकिन वह हमारे अपने ही हैं। कुछ लोगों के बहकावे में उन्होंने तशद्दुद का रास्ता अपना लिया है लेकिन अगर वह तशद्दुद का रास्ता छोड़कर वापस अमन के रास्ते पर आना चाहते हैं तो उन्हें दिल खोलकर अपनाने को हम तैयार हैं। झारखंड में 24 जिलों में से 20 नक्सल मुतासीर हैं और उन्हें मर्कज़ी हुकूमत से खास इमदाद मिलती है।

अमन के रास्ते से गुमराह नौजवानों को वापस मुल्क की मेन स्ट्रीम में लाने के लिए मर्कज़ी हुकूमत मसरूफ़ अमल में है और मुसलसल इसके लिए नई पॉलिसियों की तामीर किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत मुल्क के तमाम तबकों, जातियों और माजाहिबों के तरक़्क़ी के लिए मसरूफ़ अमल है और इसके लिए तालीम, सेहत, रोजगार और बुनियादी ढांचा के इलाओं में तमाम काम किये गये हैं। शिन्दे ने कहा, मैं मुल्क के नौजवानों को ऐलान करता हूं कि वह आगे आयें और समाज की जाति, फिरके और तबके की बुराइयों को तोड़ डालें।