मरकज़ी हुकूमत गुजरात में एक खातून की मुबय्यना तौर पर जासूसी मामले की जांच के लिए एक कमीशन की तश्कील कर सकती है। ऐसा इल्ज़ाम है कि यह जासूसी बीजेपी के वज़ीर ए आज़म के ओहदे के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के नज़दीकी साथी अमित शाह के इशारे पर की गई।
वज़ीर ए दाखिला सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि बहुत से खातीम की तंज़ीमें और गैर सरकारी तंज़ीमों ने सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी को नुमाइंदगी देकर एक खातून की मुय्यना तौर पर जासूसी के मामले की जांच कराने की मांग की थी और सदर ज्म्हूरिया ने यह दरखास्त वज़ारत ए दाखिला के हवाले कर दिए। दिल्ली में एक प्रोग्राम से इतर नामानिगारों से बातचीत करते हुए शिंदे ने कहा कि मेरा महकमा उनका मुआयना कर रहा है।
कुछ फार्मालिटीज़ भी हैं, जिन्हें पूरा करना है। ऐसा नहीं होना चाहिए या नहीं लगना चाहिए कि हम एक पार्टी के खिलाफ एक बेतरतीब फैसला ले रहे हैं। हमारा महकमा ब्यौरे पर गौर कर रहा है और एक बार यह काम होने के बाद जल्द ही हम उस पर फैसला करेंगे। शिंदे जासूसी के मुबय्यना मामले की जांच का हुक्म दिए जाने के इम्कान पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।