हुकूमत दिल्ली के इख़्तयारात में मुदाख़िलत की तरदीद। दस्तूर य फ़राइज़ के लिए मर्कज़ पाबंद

नई दिल्ली: दिल्ली के लेफ्टेनेंट‌ गवर्नर और आम आदमी पार्टी हुकूमत के दरमियान इख़्तयारात की जंग के दौरान मर्कज़ ने आज कहा है कि किसी और शख़्स के ज़रिये शहरी हुकूमत चलाने का कोई इरादा नहीं है लेकिन वो दस्तूरी ज़िम्मेदारीयों से बख़ूबी वाक़िफ़ है जिस की पाबंदी करेगी।

वज़ीर-ए-दाख़िला मिस्टर राजनाथ सिंह ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारा कोई और इरादा नहीं है कि लेफ्टेनेंट‌ गवर्नर के ज़रिये हुकूमत दिल्ली पर हावी होजाएं और आम आदमी पार्टी बला रोक टोक हुकूमत चला सकती है। हम सिर्फ़ दस्तूर के उसोलों की सरबुलन्दी चाहते हैं।

मीडिया के नुमाइंदों ने ये सवाल किया कि मर्कज़ कहीं लेफ्टेनेंट गवर्नर के ज़रिए दिल्ली हुकूमत चलाने की कोशिश में तो नहीं है क्योंकि उन्हें एक नोटीफ़िकेशन जारी करते हुए मुख़्तलिफ़ उमोर बिशमोल सीनियर ओहदेदारों के तबादलों और तक़र्रुत का मुकम्मल इख़तियार दिया गया है ताहम अरवीनद केजरीवाल की हुकूमत ने अदालत में इस नोटीफ़िकेशन को चैलेंज किया है।

वज़ीर-ए-दाख़िला ने अपने जवाब में किसी का नाम लिए बगै़र कहा कि हम किसी के ख़िलाफ़ नहीं हैं लेकिन ये हमारी ज़िम्मेदारी है कि दस्तूर के उसोलोंको मुक़द्दम रखा जाये और हर एक को दस्तूर के दायराकार ( फ्रेमवर्क ) में रहना चाहिए। उन्होंने मज़ीद कहा कि क़ौमी दार-उल-हकूमत में अगर अमन-ओ-क़ानून का मसला पैदा होता है तो मर्कज़ी हुकूमत मुदाख़िलत का इख़तियार रखती।

मैं ये नहीं कहना चाहता कि कौन क्या कररहा है, लेकिन अमन-ओ-क़ानून की बरक़रारी मेरी ड्यूटी है जिसे मैं अदा करता रहूँगा। ये दरयाफ़त किए जाने पर क्या किया मर्कज़ और दिल्ली हुकूमत के दरमियान जंग ( लड़ाई) जारी रहेगी। मिस्टर राजनाथ सिंह ने मज़ाहीया अंदाज़ में कहा कि यहां कोई जंग नहीं है सिर्फ़ नजीब जंग ( लेफ्टेनेंट‌ गवर्नर ) हैं।

वज़ीर-ए-दाख़िला ने ये तबसरा एसे वक़्त किया जब सुप्रीम कोर्ट ने कल ही हुकूमत दिल्ली को ये हिदायत दी है कि हाइकोर्ट फ़ैसले पर हुक्म अलतवा के लिए मर्कज़ की दरख़ास्त पर अंदरून तीन हफ़्ते जवाब दाख़िल करे। इस फ़ैसले में मर्कज़ के नोटीफ़िकेशन को मुश्तबा क़रार दिए जाने पर कहा कि आम आदमी पार्टी हुकूमत के इख़्तयारात सल्ब करने की ये दानिस्ता कोशिश है।

कोर्ट ने आज हुकूमत दिल्ली को हिदायत दी है कि हाईकोर्ट के फैसले पर हुक्म अलतवा से मुताल्लिक़ मर्कज़ी हुकूमत की अर्ज़ी पर अंदरून 3 हफ़्ते जवाब दाख़िल किया जाये जब कि हाईकोर्ट ने मर्कज़ के नोटीफिकेशन को मुश्तबा क़रार देते हुए कहा था कि ये आम आदमी पार्टी हुकूमत के इख़्तयारात छीनने की कोशिश है।

मर्कज़ ने 21 मई को जारी करदा नोटीफिकेशन में हुकूमत दिल्ली के एंटी करप्शन ब्यूरो को रिश्वत सतानी केस में एक ओहदेदार के ख़िलाफ़ कार्रवाई से बाज़ रखा था और ये इस्तिदलाल पेश किया कि लेफ्टेनेंट गवर्नर ही अपने इख़तियार तमेज़ी का इस्तेमाल करसकते हैं।