हुकूमत की अवाम दुश्मन पालिसीयों के ख़िलाफ़ कम्यूनिस्ट पार्टीयों की जानिब से 28 फरवरी को एक रोज़ा बंद का ऐलान किया गया है । स्कूल्स कालेज्स कारोबारी इदारे बंद रहेंगे । इम्पलॉइज़ एसोसीएसन को भी एहितजाजी मुज़ाहिरों में शिरकत करने की अपील की गई है । सैक्रेट्री सी पी एम ज़िला मेदक मिस्टर चिकारा मिलो , बी मलेश रुकन सी पी एम , याद गेरी , सी पी आई क़ाइद ने सौ दरिया भवन संगा रेड्डी में मुनाक़िदा प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि मर्कज़ी हुकूमत-ओ-रियास्ती हुकूमत के दौर में महंगाई आसमान को छूने लगी है ।
अवाम माली तौर पर परेशान हाल हैं । फैक्ट्री वर्कर्स और मुलाज़मीन की तनख़्वाहों में इज़ाफ़ा का मुतालिबा किया जा रहा है । उन्हों ने हुकूमत से मुतालिबा किया कि वो कमर तोड़ महंगाई पर फ़ौरी कंट्रोल करे । अवाम हुकूमत चलाने के लिए किसी भी सयासी पार्टी को इक़्तेदार इसलिए सोनपती है कि अवाम को राहत नसीब हो और उनके मसाइल की यकसूई हो सके ।
पैट्रोल , डीज़ल , पकवान गैस और इलेक्ट्रीसिटी चार्जस में इज़ाफ़ा किया जाने के इम्कानात भी हैं क्या हुकूमत को अवाम की परेशानियां दिखाई नहीं दे रहे हैं । एक तरफ़ अवाम क़ीमतों में कमी का मुतालिबा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ़ मर्कज़-ओ-रियास्ती हुकूमत हर दो माह में क़ीमतों में इज़ाफ़ा कर रही हैं ।
मर्कज़ी हुकूमत के कई वुज़रा मुख़्तलिफ़ स्क़ाम्स में मुलव्वस हैं । वज़ीर-ए-आज़म को चाहीए कि ईमानदार वुज़रा को काबीना में शामिल करते हुए मुल़्क की तरक़्क़ी पर तवज्जा मर्कूज़ करके इलावा अश्या-ए-ज़रुरीया की क़ीमतों में इज़ाफ़ा से फ़ौरी दसतबरदारी इख्तेयार करने रियास्ती सतह पर 879 मंडल शदीद ख़ुश्कसाली से दो-चार हैं ।
इस तरह तक़रीबन ज़रई शोबा को 5 हज़ार करोड़ रुपये का नुक़्सान हुआ है । किसानों की साज़ आबादकारी ज़रूरी है । बीड़ी वर्कर्स की मसाइल की यकसूई ज़रूरी है । उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को रियास्ती सतह पर बंद मनाया जा रहा है जो हुकूमत की अवाम दुश्मन पालिसीयों के ख़िलाफ़ है।
ज़िला मेदक में भी बंद मनाया जाएगा । मुहम्मद शरीफ़ सेक्रेटरी सद एस यू पेट मंडल सी पी ऐम ने भी बंद की अपील की ।