नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज दावा किया कि हुकूमत ने स्पीकर लोक सभा पर दबाव डाला है, जिसकी वजह से इन्होंने ललित मोदी तनाज़े पर एक तहरीक अलतवा के ज़रिए मबाहिस की इजाज़त देने का इल्ज़ाम आइद किया, जब कि इन्होंने मानसून इजलास के दौरान चार हफ़्ते के लिए अपोज़िशन पार्टीयों के मुतालिबे को ही मुस्तरद कर दिया था।
पार्टी ने इल्ज़ाम आइद किया कि हुकूमत ने मानसून इजलास के इख़तेताम के क़रीब तहरीक अलतवा के तहत मबाहिस की इजाज़त दी, ताकि पार्लीमेंट की कार्रवाई में ललित मोदी तनाज़ा और व्यापम अस्क़ाम पर मुसलसल ख़ललअंदाज़ी का अपोज़िशन पर इल्ज़ाम आइद किया जा सके।
कांग्रेस ने कहा कि ये बी जे पी और एन डी ए हुकूमत ही थीं, जिन्होंने तन-ए-तन्हा पार्लीमेंट के मानसून इजलास को ज़ाए किया। ऐवान-ए-ज़ेरीं में कांग्रेस के क़ाइद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि स्पीकर सुमित्रा महाजन का मानसून इजलास के इख़तेताम से एक दिन क़बल फ़ैसला इस मसले पर हुकूमत के दबाव के तहत मंज़र-ए-आम पर आया है।
वो क़ाइद अपोज़िशन राज्य सभा ग़ुलाम नबी आज़ाद के साथ एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे। इन्होंने कहा कि ये हैरत-अंगेज़ बात है कि स्पीकर ने अपनी रजामंदी कैसे ग़ारत कर दी? जब कि वो क़ब्लअज़ीं तहरीरी तौर पर मुतालिबा मुस्तरद कर चुकी थीं। इस से साफ़ ज़ाहिर होता है कि वो हुकूमत के किस क़दर दबाव में थीं।
स्पीकर ने ललित मोदी तनाज़े पर तहरीक अलतवा के तहत मबाहिस की इजाज़त दी, जब कि वज़ीर-ए-ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने उनसे दरख़ास्त की कि ऐसा तरीका-ए-कार मुनासिब होगा और मर्कज़ी वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर वैंकेया नायडू ने उनकी ताईद की। खरगे ने कहा कि कांग्रेस पहले दिन से ही मानसून इजलास में तहरीक अलतवा के तहत इस मसले पर मबाहिस का मुतालिबा करती रही है।