हुकूमत पेट्रोल बेच रही है या सोना !

* कई चेहरों से मुस्कुराहट ग़ायब, हम गाड़ी चलाना छोड़ देंगे: लोगों के विचार‌
नई दिल्ली । पेट्रोल पंप पेट्रोल बेच रहे हैं या सोना ये दिल्ली के शहरीयों की तरफ‌ से पेट्रोल की क़ीमत में बढोतरी के एलान पर ज़ाहिर किए जाने वाले लोगों के वीचारों में से एक था। इन में से कई शहरीयों ने फ़ैसला किया हैकि वो अपनी कारें और मोटर साइक‌लें इस्तेमाल करना छोड देंगे और मेट्रो की ख़िदमात से फाइदा उठाएंगे ताकि उन की जेबों पर कारि मार‌ ना पड़ने पाए।

पेट्रोल की क़ीमत में बढोतरी के एलान ने कई चेहरों की मुस्कुराहट छीन ली और इस पर गुस्से के आसार पैदा कर दिए।

ज़राए इबलाग़ के एक मुलाज़िम जतिन पी ए ने कहा कि ये सिर्फ़ हमारी कारों के बिल का मसला नहीं है बल्कि इस बढाइ गइ क़ीमत का दुसरी चिजों की क़ीमतों पर क्या असर पडेगा ये ज़्यादा अहम सवाल है।

हर चीज़ की क़ीमतें अब एक बम बन जाएंगी जो किसी वक़्त भी धमाके से फट सकता है। इस ने सवाल किया कि ये पेट्रोल है या सोना। दफतरों में काम करने वाले कई लोगों ने भी मेट्रो से सफ़र करने का एलान किया। इंदिरा पोरम में रहनेवाले और कीनाट प्लेस में मुलाज़मत करने वाले एकाउन्ट‌ मधु मीता मिश्रा ने कहा कि मेट्रो स्टेशन इस के घर से क़रीब है। वो अब मेट्रो ट्रेन से ही सफ़र करेगा। एक जूनियर सॉफ्टवेर माहिर बलीसन मथ्यूज़ ने कहा कि वो कार ख़रीदने का इरादा कर रहा था, लेकिन अगर पेट्रोल की क़ीमत इसी तरह आसमान पर पहुंचती रहे तो उसे अपने इरादे पर दुबारा ग़ौर करना होगा। वो अपनी कमाई की इतनी ज़्यादा रक़म सिर्फ़ पेट्रोल पर ख़र्च नहीं करसकता।

हुकूमत के इस फ़ैसले से मुल्क भर के लोगों में शदीद बेचैनी पाई जाती है क्योंकि पहली मर्तबा क़ीमत में इस क़दर जयादा बढावा किया गया है। लोगों को ये भी अंदेशा है कि पैट्रोल की क़ीमत में बढावे के बाद दुसरी जरूरत कि चिजें भी महंगी होजाएंगी। कई लोगों ने हुकूमत पर ज़ोर दिया हैकि वो इस फ़ैसले को वापिस लेते हुए लोगों को राहत पहुंचाए वर्ना कमरतोड़ महंगाई का अगले चुनाव‌ में असर वाज़िह तौर पर कांग्रेस महसूस कर सकेगी क्योंकि उसे आम आदमी की कोई परवाह नहीं है, लेकिन जब इंतिख़ाबात का मरहला आए तो अवाम उसे सबक़ सिखाएं गे।