एहतेयात का एक नोट दर्ज करते हुए मर्कज़ी वज़ीर पियूष गोविल ने आज कहा कि हुकूमत न्यूक्लियर तवानाई के तमाम मुतबादिल तरीक़ों को इख़तियार करने की मुंतज़िर है लेकिन ऐसी कोई टैक्नोलोजी इख़तेयार करना नहीं चाहती जिसे मग़रिबी ममालिक ने मुस्तरद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मर्कज़ सियोल न्यूक्लियर वाजिबात के मसाइल की यकसूई करने कोशां है। न्यूक्लियर तवानाई में हिन्दुस्तान के लिए कई इमकानात और मवाक़े मौजूद हैं। मौजूदा हुकूमत तमाम मुतबादिल तरीक़ों पर ग़ौर कररही है। न्यूक्लियर तवानाई में हमें कई मसाइल का सामना है और हम कोशिश कररहे हैं कि न्यूक्लियर वाजिबात तहदीदात के मसला की यकसूई होजाए।
मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए बर्क़ी तवानाई, कोयला और काबुल तजदीद तवानाई पियूष गोविल हिन्दुस्तान मआशी चोटी कान्फ़्रैंस से ख़िताब कररहे थे।