हुकूमत मज़बूत लोक पाल लाने केलिए पाबंद अह्द: वज़ीर-ए-आज़म

नई दिल्ली, 21 अक्तूबर (यू अनी आई) बदउनवानी के ख़िलाफ़ अना हज़ारे की मुहिम का मलिक के हालिया ज़िमनी इंतिख़ाबात के नताइज पर जो असर पड़ा है इस का नोटिस लेते हुए वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने मलिक के अवाम को इस बात का यक़ीन दिलाया कि मुत्तहदा तरक़्क़ी पसंद इत्तिहाद (यू पी ई) की हुकूमत लोक पाल लाने के लिए पाबंद अह्द है और उन की हुकूमत हर तरह की बदउनवानी के ख़िलाफ़ है।

प्रीटोरिया से वापसी पर कल रात ख़ुसूसी तय्यारे पर अख़बारनवीसों से गुफ़्तगु करते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि इन के ख़्याल में अना हज़ारे की तहरीक का मक़सद पूरा हो चुका ही। हम सब ये कोशिश कर रहे हैं कि जल्द अज़ जल्द पार्लीमैंट में एक मोस्सर लोक पाल बिल आये।

सिवल सोसाइटी के अराकीन प्रशांत भूषण और अरविंद केजरीवाल पर हुए हालिया हमलों से मुताल्लिक़ एक सवाल के जवाब में उन्हों ने कहा कि जमहूरीयत में तशद्दुद की कोई गुंजाइश नहीं है। वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि बदउनवानी से मुताल्लिक़ हालिया बेहस ने मलिक को बेदार कर दिया है और उन की हुकूमत निज़ाम में सफ़ाई के लिए पाबंद अह्द है।

हक़ इत्तिलाआत ऐक्ट से मुताल्लिक़ अपने तबसरा की वज़ाहत करते ए वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि उन्हों ने हरगिज़ इस में रद्दोबदल की बात नहीं की थी। उन्हों ने सिर्फ ये कहा था कि जिस मक़सद के लिए ये क़ानून बना है इस का इस्तिमाल इसी के लिए होना चाहिए।

मर्कज़ी वुज़रा ने हाल ही में अदालती मुदाख़िलत के सिलसिले में जो ब्यानात दिए थे इस पर तबसरा करते हुए डाक्टर सिंह ने कहा कि वुज़रा कभी कभी जमहूरीयत की वजह से राय ज़नी किया करते हैं लेकिन हुकूमत अदलिया बहुत एहतिराम करती है और आईन में आमिला , मुक़न्निना नीज़ अदलिया के काम के दायरे मुतय्यन हैं।

अगर हम सब आईने के धर्म पर चलें तो सब कुछ ठीक ठाक रहेगा।