रूस हुकूमत शाम को जिसकी मईशत ख़ानाजंगी से तबाह होचुकी है, क़र्ज़ देने पर ग़ौर कर रहा है। रूस इससे पहले हुकूमत शाम को S-300 मिज़ाईल्स मग़रिबी ममालिक की तहदीदात की ख़िलाफ़वर्ज़ी करते हुए हवाले करने का तयक़ुन दे चुका है।
रूस का दौरा करने वाले नायब वज़ीर-ए-आज़म शाम कादरी जमील ने वज़ीर-ए-ख़ारिजा रूस सुरजी लावरोफ़ से मुलाक़ात के बाद मास्को में कहा कि बातचीत के दौरान रूस की जानिब से क़र्ज़ देने के मसले पर भी तबादला-ए-ख़्याल किया गया। हुकूमत शाम को उम्मीद है कि जारिया साल के ख़त्म तक मुआहिदा होजाएगा।
उन्होंने कहा कि क़र्ज़ की रक़म का ऐलान वक़्त से पहले होगा। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि जारिया साल के ख़त्म तक मुआमले को क़तईयत दे दी जाएगी। सदर शाम बशारुल असद को रक़म की सख़्त ज़रूरत है ताकि बाग़ियों से मुक़ाबला मुम्किन हो सके। शाम की ख़ानाजंगी गुज़िश्ता दो साल से जारी है, जिसमें एक लाख से ज़्यादा अवाम हलाक होचुके हैं। शामी ओहदेदार ने कहा कि रूस के साथ असलाह के मुआहिदा में एस 300 मिज़ाईल्स देने का मुतनाज़ा मुआहिदा भी शामिल है। रूस ने शाम के साथ असलाह की फ़राहमी के तमाम मुआहिदों की ताहाल तकमील की है।